मुबारकपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। विद्युत विभाग की आंख मिचौली भीषण अघोषित कटौती ने सूबे के मुखिया व ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति किये जाने संबंधी डायलाग की पोल खोल कर रख दी है। ग्रामीण क्षेत्रों नैठी, सिकन्दरपुर, सोनपार, विन्दमठिया, अहरौला, गूजरपार, हुसेनाबाद, खौरा आदि गांवों में विद्युत की आंच मिचौली व अघोषित कटौती से दिन का चैन तो रातों की नींद हराम हो गयी है। किसानों की खेती किसानी भी चौपट हो रही है।
प्रधान संघ अध्यक्ष अंगद यादव ने कहा है कि रविवार तक अगर सुधार नहीं होता है तो विद्युत कालोनी को सोमवार को घेराव करने के साथ ही तालाबंदी कर दिया जायेगा जिसका जिम्मेदार स्वयं विभाग होगा।
कस्बा मुबारकपुर में स्थित एक ही सर्विस स्टेशन से सैकड़ों गांव को विद्युत आपूर्ति की जाती है। सबसे बड़ा हास्यास्पद तो तब लगा जब 4 फीडर से रामभरोसे पांच एमबीए के ट्रांसफार्मर तीन तीन तीन घंटे में विद्युत आपूर्ति दो शेड्यूल बनाकर दिया जाता है। जबकि हाफिजपुर से 33000 एमबीए की विद्युत आपूर्ति महज एक खानापूर्ति है। उस खानापूर्ति को अगर ध्यान दिया जाए तो सबसे बड़ा गोलमाल यह देखने को मिल रहा है कि पूर्व सरकार ने मलिक सुदनी स्थित एक सर्विस स्टेशन बनाई थी जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग से एक व्यवस्था बनाई गई थी। जिसको स्थानीय विभाग द्वारा जनपद के विभिन्न कोनों में यहां से सप्लाई करने से यहां की जनता को मुसीबत झेलना पड रहा है। जबकि स्थानीय कस्बे को ढाई घंटा कटौती कर 21 घंटे बिजली आपूर्ति की जाती हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटा कटौती कर 6 घंटे महज बिजली बहाली किये जाने से जहां किसानों के धान सूख रहे हैं तो वहीं बार बार ट्रिप करने के साथ ही समुचित बिजली आपूर्ति न होने से लोगों को मुसीबत का सामना करना पड रहा है। इस सम्बंध में अभियंता शत्रुघ्न यादव का कहना है कि दो ट्रांसफार्मर लगा है, दोनों ओवर लोडिंग है। ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घन्टे बिजली देनी है मगर महज 7 से 8 घन्टे दे पा रहे हैं।
रिपोर्ट-मनीष श्रीवास्तव