फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों की तर्ज पर गावो को मॉडल गाव के रूप में विकसित करने का प्रयास चला। खुले में शौच मुक्त के बाद माडर्न गांव बनाने के लिए सरकार द्वारा गांवांे में नाली सोख्ता गड्ढा घूर गड्ढा कचरा प्रबंधन के लिए ई-रिक्शा आदि के लिए माडर्न गांव के रूप में चयनित गांव को धन अवमुक्त किया।
इसी क्रम में फूलपुर ब्लाक के सबसे बड़ी ग्राम सभा बखरा व पुक पुष्प नगर को माडर्न गांव बनाने के लिए वर्ष 2022-23 में चयन हुआ वर्ष 2023-24 में 58 गांव का चयन हुआ व वर्ष 2024-25 में 29 गांव का चयन किया गया। प्रत्येक गांव में आरआरसी सेन्टर निर्माण करना था। आरआरसी सेन्टर पर ई-रिक्शा से गांव का कचरा ले जाया जाएगा जहां से गीले सूखे कचरा को अलग किया जाएगा। परंतु आज तक आरआरसी सेन्टर का निर्माण कार्य सभी गावों में पूर्ण नहीं हो सका जिसके कारण 89 ग्राम पंचायतों में मात्र 65 ग्राम पंचायत में भूमि उपलब्ध हुई और कार्य प्रारम्भ हो सका जिसमंे से 33 ग्राम पंचायत में आरआरसी सेन्टर के निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका 32 ग्राम पंचायत में कार्य चल रहा पर कछुवा चाल की गति से।
भारत सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना की परिकल्पना कैसे पूर्ण हो जब वर्ष 2022 से चलाई गई मॉडर्न गांव बनाने का कार्य जून 2025 तक पूर्ण नहीं हो सका जिसका मुख्य कारण अधिकारियों की उदासीनता है।
इस संबंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत फूलपुर राधेश्याम यादव ने बताया कि माडर्न गांव के रूप में चयनित गांव में सरकार द्वारा आवंटित धन समय से नहीं मिला तो दूसरी तरफ राजस्व विभाग द्वारा भूमि उपलब्ध नहीं कराई गई जिसके कारण निर्माण कार्य सम्यय से पूर्ण नहीं हुआ परंतु कार्य प्रगति पर है, जल्द ही आरआरसी सेन्टर का कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय