फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय ब्लाक में धन के अभाव में 7 माह बाद भी शौचालयों का निर्माण पूरा नहीं हो सका जिसके चलते स्वच्छ भारत अभियान की सफलता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है।
गांवों को खुले में शौच मुक्ति के लिए सरकार व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये सहयोग राशि प्रदान करती है। साथ ही गांव में सर्वाजनिक शौचालय का निर्माण कराकर गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। परंतु विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उदासीनता के कारण स्वच्छ भारत मिशन अभियान को सफल नहीं बनाया जा सका है।
फूलपुर ब्लाक में कुल 89 ग्राम पंचायतें हैं, जिनमें से अब तक वर्ष 2021 से 2025 तक 2986 शौचालय के पात्र लाभ्यार्थियों को बारह हजार सरकार की तरफ से सहयोग राशि उनके खातों में भेज दी गयी है। 1768 व्यक्तिगत शौचालय के लाभ्यार्थियों को सहयोग राशि की प्रथम क़िस्त 6 हजार उनके खाते में भेज दी गयी है। वर्ष 2025-26 में सब 1836 आन लाइन ब्यक्तिगत शौचालय के आवेदकों का सत्यापन कराकर पात्र लाभ्यार्थियों की सूची जिले पर उपलब्ध करा दी गयी है। परंतु 7 माह बीत जाने के बाद भी शासन से पैसा निर्गत न होने के कारण पात्र लाभ्यार्थियों के शौचालय का निर्माण नहीं हो पा रहा है।
इस संबंध में सहायक विकास अधिकारी पंचायत फूलपुर उमाकान्त पाठक ने बताया कि जिले पर धन नही है। पैसा आते ही लाभ्यार्थियों के खाते में प्रथम क़िस्त सीधे भेज दी जाएगी। वैसे शासन से पैसों की डिमांड भेजी गई है।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय