फरिहां आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। प्राथमिक विद्यालय नंदपुर चकिया शिक्षा क्षेत्र मोहम्मदपुर की पड़ताल में सामने आया कि दो कमरों में ही कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के पढ़ने के लिए विद्यालय संचालित होता है। जिसमें कुल बच्चों की संख्या 66 है और कुल 4 स्टाफ नियुक्त हैं। लेकिन मौके पर चार कमरे बनें मिले जिसमें आंगनबाड़ी केंद्र, अतिरिक्त कक्ष, रसोई कक्ष हैं। एक कमरे में ऑफिस बनाई गई। दो कमरों में कक्षा संचालित होती हैं।
अब सवाल उठता है कि कक्षा एक से कक्षा 5 तक की शिक्षा सिर्फ दो कमरों में कैसे दी जाती है आखिर कैसे पढ़ाते हैं शिक्षक? विद्यालय की तीन तरफ से बाउंड्री है लेकिन एक तरफ बाउंड्री नहीं है। शारदा सहायक खंड 32 नहर की उप शाखा विद्यालय की परिसर से सटी होकर गुजरती है लेकिन बाउंड्री न होने के कारण हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। पड़ताल में देखा गया कि विद्यालय परिसर में छोटे-बड़े पेड़ पौधों को बकरियां खा रही हैं खुलेआम बकरियां विद्यालय परिसर में दौड़ती हुई नजर आई। विद्यालय शिक्षा अभियान के तहत बनाया गया था। प्रधानाचार्य बिरेंद्र यादव ने बताया कि विद्यालय परिसर से सटी नहर है। विद्यालय में छोटे बच्चे पढ़ते हैं हमेशा डर बना रहता है कि कहीं बच्चे नहर में न चलें जाएं। बाउंड्री करवाना अति आवश्यक है ताकि बच्चे सुरक्षित हो सकें।
इस संबंध में मोहम्मदपुर ब्लॉक के एसडीआई रवि प्रकाश ने बताया कि सरकार द्वारा जितने कमरे बनवाए गए हैं उसी में ही शिक्षा दी जाएगी उसके लिए हम कुछ नहीं कर सकते। रही बात बाउंड्री की तो इसके लिए बीडीओ और प्रधान को पहले निर्देशित किया जा चुका है कि बाउंड्री वॉल बनवा दें।
रिपोर्ट-जयहिंद यादव