अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अंबेडकर नगर जनपद के सूतहर पारा थाना जहांगीरगंज निवासी कथित डा.विशाल गौड़ पुत्र लालचन्द्र विगत एक वर्ष से क्षेत्र के लोहरा में अपनी प्राइवेट क्लीनिक विशाल चिकित्सालय के नाम से चलाता है। टांडा स्थित एसपीजीआई में नौकरी दिलाने के नाम पर लोहरा गांव के दर्जनों लोगों से पैसे लिया। बुधवार को ग्रामीणों ने जब डाक्टर को अपनी दुकान से भागने की जुगत में देखा तो उसे घेर लिया और सभी लोग अपने-अपने पैसे की मांग करने लगे। किसी ने इस बात की सूचना डायल 112 नंबर पुलिस को भी दे दी। मौके पर पुलिस भी पहुंच गई और मामले की जांच करने लगी।
कथित डा.विशाल अगल-बगल के महिलाओं को संविदाकर्मी वार्डब्वाय की नौकरी देने का झांसा देकर मोटी रकम वसूल चुका है। इस बात की भनक जब ग्रामीणों को लगी तो ग्रामीण उसकी तलाश में जुट गए। बुधवार को जब एक एंबुलेंस में अपनी कुछ दवाएं रखकर कहीं जा रहा था तो ग्रामीणों ने उसे घेर लिया और पुलिस को सूचना दे दी। स्वयं डा.विशाल ने भी यह बात कबूली है कि वह एक अन्य सहयोगी की मदद से 8-9 लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया है। स्थानीय गांव निवासी शशिकला ने बताया कि डा.विशाल ने मुझसे बोला कि एक फार्म निकला है उसे आप भर दो आपको संविदा कर्मी में वार्डब्वाय ेकी नौकरी दिलवा देंगे, जिसके लिए 22 तारीख को जॉइनिंग लेटर भी निकलवा कर लाए थे। उसके लिए मैने 25 हजार रुपये दिए हैं। प्रेमशीला ने बताया कि मुझे बोला कि अभी एक जगह खाली है अपने बेटे के लिए आप मुझे पैसे दे दो आपको नौकरी दिलवा दूंगा। जब मैंने बोला कि मेरे पास अभी पैसे नहीं है तो बताया कि अभी किसी से लेकर काम करवा लो नहीं तो नहीं होगा। मैंने डाक्टर को 50 हज़ार दिए हैं। लेकिन कथित डाक्टर द्वारा अभी तक किसी को नौकरी नहीं मिली। पैसा देने वालों में सुजीत कुमार, अंगद कुमार, कमलेश कुमार, राजाराम प्रजापति, कन्हैया, साक्षी, गुलाबी और शीला आदि शामिल हैं। पीड़ितों की तरफ से अभी तक अतरौलिया थाने तहरीर नहीं दी गई है।
रिपोर्ट-आशीष निषाद