अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय सपा कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में ब्लॉक प्रमुख चंद्रशेखर यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को मिली करारी हार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि “यह भाजपा की जीत नहीं, बल्कि मतदान अधिकारों पर संगठित डकैती है।”
चंद्रशेखर यादव ने दावा किया कि बिहार में चुनाव से ठीक पहले एक सोची-समझी रणनीति के तहत एसआईआर लागू कर दिया गया, जिससे बड़ी संख्या में मतदाता अपने मताधिकार से वंचित हो गए। उनका कहना था कि निर्वाचन आयोग अब स्वतंत्र संस्था न होकर भारत सरकार का आयोग बनकर काम कर रहा है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह और तत्कालीन मुख्य निर्वाचन आयुक्त टी.एन. शेशन का हवाला देते हुए कहा कि “शेशन ने कहा था कि वह भारत सरकार के नहीं, बल्कि भारत के चुनाव आयुक्त हैं, लेकिन आज स्थिति उलट चुकी है।” सपा नेता ने आरोप लगाया कि कम समय में एसआईआर लागू होने से लाखों मतदाताओं को फॉर्म तक नहीं मिल पाए और पूरे राज्य में उहापोह की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया स्वभाविक रूप से छह महीने से अधिक का समय लेती है, लेकिन बिहार में इसे जल्दबाजी में पूरा कराया गया, जिससे बड़ा गड़बड़झाला हुआ। हालांकि सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा आधार कार्ड को मान्यता दिए जाने से कुछ अंश में राहत मिली। उन्होंने ने बताया कि उत्तर प्रदेश में एसआईआर प्रक्रिया के लिए दो वर्ष का समय मिला है, जिससे नाम जोड़ने की प्रक्रिया सुचारु रूप से जारी है। समाजवादी पार्टी प्रत्येक बूथ और गांव में विशेष नजर बनाए हुए है और कार्यकर्ता लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि 2024 लोकसभा चुनाव की तर्ज पर सपा 2027 में उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और युवाओं के साथ छल का अंत समाजवादी सरकार ही करेगी। चंद्रशेखर यादव ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर नौजवानों को जागरूक कर रहे हैं और पीडीए के साथ मिलकर लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। प्रेस वार्ता के दौरान कन्हैया गौड़, लछिराम वर्मा, शीतला निषाद, घनानंद गिरी, कमला यादव, पिंटू यादव सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
रिपोर्ट-आशीष निषाद