आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मण्डलायुक्त विवेक ने अपने कार्यालय सभागार में मण्डल के जनपदों में 1 करोड़ से अधिक लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओं, जनपदों में राजस्व वसूली, राजस्व वादों के निस्तारण तथा स्थानीय निकायों द्वारा कराये जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा किया। समीक्षा के दौरान बिना अवगत कराये दो अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर उनका वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त विवेक ने सीएमआईएस पर प्रदर्शित विवरण के आधार पर मण्डल के तीनों जनपद में एक करोड़ से अधिक लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की सामीक्षा करते हुए आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक माह अपने अपने जनपद की 5-5 परियोजनाओं का निरीक्षण मौके पर जाकर करें तथा माह की 20 तारीख तक अनिवार्य रूप से रिपोर्ट उपलब्ध करायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि स्थलीय निरीक्षण में एक्सपर्ट को अवश्यक साथ में लेकर जायें। उन्होंने कार्यदायी संस्थावार परियोजनाओं की समीक्षा में पाया कि कतिपय कार्यदायी संस्था द्वारा पोर्टल को अपडेट नहीं कराया गया है। उन्होंने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त किया तथा सभी कार्यदायी संस्थाओं के मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारियों निर्देशित किया कि पोर्टल को नियमित रूप से चेक करते रहें तथा जो भी विसंगति पाई जाती है तो उसे समय से अपडेट कराना सुनिश्चित करें। समीक्षा में विदित हुआ कि तीनों जनपदों में कई परियोजनायें पूर्ण होने के बावजूद उर्जीकरण के अभाव में हैण्डओवर नहीं हो पा रही हैं। इस पर मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि विद्युत विभाग के सम्बन्धित अधिकारी से तत्काल सम्पर्क कर उर्जीकरण की कार्यवाही पूर्ण कराकर हैण्डओवर की कार्यवाही कराई जाय, ताकि मण्डल एवं जनपद की रैंकिंग में अपेक्षित सुधार हो सके।
बैठक में जिलाधिकारी, आजमगढ़ रविन्द्र कुमार ने कार्यदायी संस्थाओं के मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि परियोजनाओं के स्थलीय निरीक्षण में यदि निर्माण कार्य खराब पाया जाता है तो उसकी फोटोग्राफी करायें तथा रिपोर्ट साथ प्रस्तुत करें। उन्होंने आगाह किया कि निर्माण कार्यों की क्वालिटी खराब मिलने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार