अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने रविवार को स्थानीय निरीक्षण भवन में जन समस्याओं को सुना और मीडिया से बातचीत की।
लेखपालों के स्थानांतरण पर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लेखपाल संघ का मामला मुख्यमंत्री से उठाया गया है। फिलहाल साइट बंद हो चुकी है, अब अगली सीजन में ही स्थानांतरण संभव है। इस संबंध में चीफ सेक्रेटरी से पत्राचार किया गया है, आगे मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद ही निर्णय स्पष्ट होगा।
बिहार विधानसभा चुनाव पर श्री राजभर ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राजद-कांग्रेस गठबंधन निराशा और हताशा में है। प्रधानमंत्री की मां को मंच से अपशब्द कहना लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है। राहुल गांधी की बयानबाजी को अब जनता गंभीरता से नहीं लेती। यदि प्रधानमंत्री कमजोर होते तो सेना को पाक अधिकृत क्षेत्र में 100 किलोमीटर अंदर जाकर 9 आतंकवादी ठिकाने ध्वस्त करने की छूट न मिलती। यह काम कांग्रेस 60 साल में कभी नहीं कर पाई।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब जंगलराज नहीं बल्कि विकास चाहती है। नीतीश कुमार ने राज्य को जंगलराज से निकालकर सड़क, बिजली और शिक्षा जैसी सुविधाएं दीं। जनता रोजगार, स्वास्थ्य और विकास के लिए एनडीए के साथ खड़ी है। चुनाव परिणाम आने के बाद सबको साफ हो जाएगा कि जनता क्या चाहती है।
चुनाव आयोग पर विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जहां विपक्ष जीता वहां चुनाव सही, और जहां हारा वहां गड़बड़ी, यह दोहरा रवैया है। यदि जांच करानी है तो पहले सत्ता से इस्तीफा दें, सरकार में रहते हुए सरकार के खिलाफ जांच संभव नहीं।
रिपोर्ट-आशीष निषाद