रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय थाना क्षेत्र के अनौरा गांव मंे पशुचर की भूमि पर बने अबैध कब्जा समेत वनवासियों के भवन पर सोमवार को न्यायालय के आदेश पर बुलडोजर चल गया। इस दौरान एहतियात के तौर पुलिस और पीएसी बल तैनात रही।
अनौरा गांव निवासी जयचंद का रामाश्रय के साथ भूमि विवाद चल रहा था। जिस रकबे के लिए विवाद है उसी रकबे में लंबे समय से वनवासी भी निवास करते हैं। वनवासियों को सरकारी आवास बना है। कागजों में यह भूमि ग्राम सभा की सार्वजनिक पशुचर के नाम से है। मामला उच्चन्यायालय मंे चल रहा था। न्यायालय द्वारा पशुचर की भूमि को अबैध कब्जा मुक्त कराने का आदेश निर्गत हुआ था। सोमवार को तहसीलदार सदर के नेतृत्व मंे थाना पुलिस के साथ ही पीएसी और राजस्व टीम मौके पर पहुंची। बुलडोजर के साथ पहुंची टीम ने निर्मित अवैध मकानों को जमींदोज करना शुरु कर दिया। रामाश्रय द्वारा अबैध कब्जे को ढहा दिया गया। इसके बाद वनवासियों के कच्चे भवन को भी गिरा दिया गया। भारी भरकम पुलिस बल देख वनवासी विरोध का साहस नहीं कर सके। वनवासियों में पिंटू, सुनील, हरिराम, छोटू, पूजन और गुड्डू के साथ ही रामाश्रय का भी मकान जद मंे आया। दोपहर से शुरु कार्रवाई शाम तक चलती रही। ग्रामीणों की काफी संख्या में भीड़ रही। वनवासी लगभग चालीस वर्षों से यहां मकान में रह रहे थे। सर्वे के बाद इन्हें आवास निर्माण का धन मिला था उसी से पक्का निर्माण कराये थे।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा