आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क के बैनर तले एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचा व संगठन के जिला अध्यक्ष सुभाष चंद्र बौद्ध की अध्यक्षता में राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र सौंपकर विरोध दर्ज कराया।
प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि विश्व धरोहर बुद्ध जन्मस्थली लुंबिनी, अजंता गुफा और जुन्नर गुफाओं पर ब्राह्मणवादियों द्वारा कब्जा करने के विरोध में देशव्यापी आंदोलन किया जा रहा है। लुंबिनी तथागत भगवान गौतम बुद्ध की जन्मस्थली है, जिसे युनोस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है। लेकिन उस जन्म स्थली पर मुरारी बापू द्वारा रामकथा का आयोजन करना, उस ऐतिहासिक विश्व धरोहर का अपमान है। नेपाल में बौद्ध अनुयायी, मुरारी बापू के नौ दिन चलने वाले इस रामकथा का आंदोलन करके विरोध जता रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री जब दुनियां में जाते हैं तब बुद्ध की स्तुति करते हैं। लेकिन मुरारी बापू को नेपाल में रामकथा के लिए भाजपा सरकार द्वारा सहयोग देने पर वहां जनता द्वारा विरोध होने के बावजूद रामकथा कर रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री इस पर चुप्पी साधे हुए हैं। भारत में बौद्ध धर्मिय लोगों की भावनाएं भी आहत हुई हैं। इस अवसर पर भंते महा कश्यप जितेंद्र कुमार, शैलेंद्र कुमार यादव, अखिलेश पटेल, वीरेंद्र यादव, सुधाकर कुमार, शिंदे राम, फूलचंद, संजीव चौहान, जय बहादुर मौर्य आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार