महराजगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय ब्लाक अंतर्गत देवरांचल क्षेत्र के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। जिले के सहदेवगंज और गोरखपुर के शाहपुर को सीधे जोड़ने के लिए घाघरा नदी पर पक्के पुल के निर्माण की दिशा में अहम कदम बढ़ाया गया है। सेतु निर्माण विभाग ने इस परियोजना के लिए वित्तीय स्वीकृति हेतु प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार को भेज दिया है। यह पुल न केवल दो महत्वपूर्ण जिलों को जोड़ेगा, बल्कि पूर्वांचल के विकास में जहां मील का पत्थर साबित होगा वहीं देवरांचल क्षेत्र के लगभग 80 गांवों की एक लाख से अधिक अन्तःवासियों सहित भैरवनाथ धाम, गोरक्षनाथ धाम व विश्वनाथ धाम कोरिडोर के रूप में एक नयी आध्यात्मिक, सामाजिक व आर्थिक संरचना की नीव भी रखेगी।
वर्तमान में इस क्षेत्र के लोगों को लंबा चक्कर लगाकर गोरखपुर या आजमगढ़ पहुंचना पड़ता है। लेकिन पुल निर्माण के बाद न केवल दूरी कम होगी, बल्कि यात्रा में लगने वाला समय और खर्च भी घटेगा। भाजपा युवा मोर्चा गोरखपुर के जिलाध्यक्ष नीरज दुबे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में 30 मार्च को मुलाकात कर पुल को जनहित में बनाये जाने की मांग की थी। महाप्रबंधक उप्र राज्य सेतु निगम आजमगढ़ वेद प्रकाश ने आजमगढ़-सहदेवगंज और शाहपुर गोरखपुर के बीच घाघरा नदी पर पक्के पुल के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कुमार सिंह के पत्र का संज्ञान लेते हुए आख्या प्रस्तुत करते हुए शासन के आदेश और वित्तीय स्वीकृति की मांग की है।
उन्होंने लिखा है कि इस पुल के बनने से आजमगढ़ सीधे गोरखपुर से जुड़ जायेगा। गोरखपुर के 35 गांव और आजमगढ़ के 80 गांव लाभान्वित होंगें। लोगों को आवागमन में 20 किमी की दूरी कम तय करनी पड़ेगी। आजमगढ़ की तरफ से 10 किमी लम्बाई और गोरखपुर के साइड में 1.5 किमी मार्ग बनाना पड़गा। इसकी अनुमानित लागत 925 करोड़ आएगी। देवारा विकास सेवा समिति ने लंबे समय से इस पुल की मांग उठाई थी। अब जाकर सरकार की ओर से ठोस पहल देखने को मिल रही है।
रिपोर्ट-राजनरायन मिश्र