पुण्यतिथि पर याद किये गये ब्रम्हलीन मौनी बाबा

शेयर करे

आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मां शारदा पीजी कालेज शम्भूपूर गहजी के परिसर में ब्रम्हलीन मौनी बाबा की सातवीं पुण्यतिथि पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान मौनी बाबा को लोगों ने याद करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मौनी बाबा की याद में निःशक्त जनों में कम्बल वितरण किया गया। इसके बाद भंडारा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर भवानी नन्दन यति को सम्मानित किया गया।
सर्व प्रथम मां सरस्वती और ब्रम्हलीन मौनी बाबा के चित्र पर दीप, धूप और माल्यर्पणकर मुख्य अतिथि जूना अखाड़ा गाजीपुर के पीठाधीश्वर भवानी नन्दन यति, प्रबन्धक फौजदार सिंह, डॉ.दिवाकर सिंह, पुलिस अधीक्षक कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश अरुण कुमार सिंह, नरायन दास, शुभम दास एवं दैवज्ञ दुर्वाषा मण्डल मुन्ना बाबा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान महान विभूतियों का माल्यार्पण, मौनी बाबा की स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया।
देवज्ञ दुर्वासा मण्डल मुन्ना बाबा ने गुरु की महिमा का बखान करते हुए कहा कि जिस ढंग से बच्चे के इलाज के लिए अच्छा डॉक्टर खोजते हैं, उसी ढंग से गुरु को खोजना चाहिए। गुरु की महिमा अपरंपार है। कवि प्रभुनारायण प्रेमी ने मौनी बाबा के महिमा का बखान किया। पुलिस अधीक्षक कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश अरुण कुमार सिंह ने कहा कि मौनी बाबा का आशीर्वाद इस धरती को मिला है। वह बिना वस्त्र के रहकर ठंडक, गर्मी और बरसात में अपनी प्रचंड तपस्या के बल पर समाज को आशीर्वाद देने का काम किया। जो भी भक्त उन्हें देते थे, मौनी बाबा उसे समाज की सेवा में सुपुर्द कर देते थे।
मुख्य अतिथि जूना अखाड़ा गाजीपुर के पीठाधीश्वर भवानी नन्दन यति ने कहा कि ब्रम्हलीन मौनी बाबा की तपोस्थली आजमगढ़ का नाम आश्रम गढ़ होना चाहिए क्योंकि ऋषि दुर्वाषा, ऋषि चंद्रमा, ऋषि दत्तात्रेय, ब्रम्हलीन मौनी बाबा की धरती है। इसलिए आजमगढ़ का नाम आश्रमगढ़ होना चाहिए। श्रद्धांजलि समारोह के बाद 500 सौ जरूरमन्द लोगो मंे कम्बल का वितरण किया गया। देर शाम तक भंडारा का अयोजन चलता रहा। संचालन डॉ.सानन्द सिंह ने किया। प्रबंधक एवं संस्थापक फौजदार सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/श्यामसिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *