आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने शनिवार को हरिऔध कला केन्द्र में जिला प्रशासन एवं गंगा समिति के सानिध्य में नेशनल बुक ट्रस्ट के रचनात्मक सहयोग से शुरूआत समिति के माध्यम से आयोजित 24वां आजमगढ़ पुस्तक मेला का दीप प्रज्जवल एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। जिलाधिकारी ने पुस्तक मेले में लगायी गयी किताबों का अवलोकन किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में डिजिटल क्रान्ति ने जीवन के हर पहलुओं को अन्दर तक छुआ है और पढ़ाई-लिखाई हो, नौकरियां हो या युद्ध हो, इन सबमें डिजिटल क्रान्ति ने अपना एक अमिट छाप छोड़ा है और आने वाले समय में बिल्कुल वैसा नहीं होगा, जैसा हम लोगों ने अपने जीवन के आरम्भ में देखा है। उन्होने कहा कि जो छात्र-छात्राएं एवं युवा वर्ग हैं, आने वाला समय उनका है। उन्होने कहा कि इस डिजिटल युग में भौतिक किताबों के इस आयोजन को आप महत्व दे रहे हैं, यह इस पुस्तक मेले की बहुत बड़ी उपलब्धि है।
जिलाधिकारी ने कहा कि बौद्धिक बल ज्ञान से आता है और ज्ञान का सबसे अच्छा श्रोत किताबे हैं। किताबें बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वो ज्ञान को बहुत ही छोटे से जगह में कुछ शब्दों में समेट कर आपके सामने रखते हैं। जिलाधिकारी ने छात्र, छात्राओं, युवाओं एवं आमजन से अपील किया कि अधिक से अधिक संख्या में इस पुस्तक मेले में आकर इसका लाभ उठायें। इस अवसर पर आयोजन समिति द्वारा जिलाधिकारी को अंगवस्त्र एवं पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। संचालन राजीव रंजन द्वारा किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट रोहित यादव सहित विभिन्न स्कूलों के छात्र, छात्राएं एवं अन्य संबंधित उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार