छह वर्ष पहले घाटा होने से किया गया था बंद
भदोही (सृष्टि मीडिया)। औराई में स्थित बंद पड़ी काशी चीनी मिल को फिर से चालू कराने को लेकर भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को पदयात्रा निकाली। भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ताओं का कहना है कि चीनी मिल के चालू होने से भदोही जनपद सहित आसपास के सभी जिलों के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। बता दें कि यह चीनी मिल 106 एकड़ भूमि पर स्थापित हुई थी, जो घाटे की वजह से बंद कर दी गई थी। औराई में स्थित बंद पड़ी काशी सहकारी चीनी मिल दोबारा चालू करने की मांग उठी है। भारतीय किसान संघ ने इसके लिए आज दोपहर में पदयात्रा निकाली। पदयात्रा में गांव-गांव में घूमकर किसानों के हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं। इस मौके पर किसानों को एकजुट होने की बात कही जा रही है।
1970 में हुई थी मिल की स्थापना
भारतीय किसान संघ के प्रांतीय मंत्री अनिल मिश्रा, जिलाध्यक्ष हरि प्रकाश उपाध्याय के नेतृत्व में किसान चकवा महावीर से पदयात्रा लेकर निकले हैं। पदयात्रा सरई राजपूतानी, जखाव, कठौता, सोनखरी समेत कई गांव में पहुंचे भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि अगर यह चीनी मिल दोबारा चालू होगी तो जनपद के किसान लाभान्वित होंगे इसके अलावा आसपास के कई जिलों के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। बता दें कि जिस समय चीनी मिल चालू थी तब आसपास के कई जिलों से गन्ने की खरीद होती थी। 80 एकड़ में फैक्ट्री बनी हुई है। किसानों को तब बड़ा झटका लगा था, जब चीनी मिल को 190 करोड़ का घाटा दिखाकर बंद कर दिया गया था। 1970 में इस मिल की स्थापना हुई थी। 2007 में मिल को बंद कर दिया गया था। एक समय ऐसा भी था की अच्छे उत्पादन के लिए इस मिल को पुरस्कृत भी किया गया था।