आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानन्द के जन्म दिवस पर भारत रक्षा दल ने उनके उपदेशों को अंगीकार करते हुए अलग अन्दाज में एक विक्षिप्त ब्यक्ति की सेवा करके स्वामी जी का जन्म दिन मनाया।
बुधवार को भारत रक्षा दल के लोगों ने विवेकानन्द जी की मूर्ति व पार्क की साफ सफाई किया और गुरूवार की सुबह उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करके उनके जीवन, उद्देश्यों, उपदेशों पर चर्चा किया। तत्पश्चात उनके उपदेशों पर अमल करते हुए दलालघाट पर पड़े हुए एक विक्षिप्त ब्यक्ति के बाल, दाढ़ी बना कर उनके शरीर को साफ करके कपड़े बदल कर गरम कपड़े पहना कर कम्बल आदि देकर नाश्ता करा कर विवेकानन्द जी को नमन किया। इस मौके पर हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी जी ने कहा था ‘हम मानवता को वहां ले जाना चाहते हैं, जहां न वेद है, न ही कुरान है, न ही बाईबिल’। महात्मा वह है, जो गरीबों, असहायों के लिए रोता है, अन्यथा वह दुरात्मा है। इस मौके पर सुनील वर्मा, अमित कुमार गुप्ता, हरेंद्र यादव, जैनेन्द्र चौहान, धर्मवीर शर्मा, दीपक जायसवाल, हिमांशु सिंह, रवि प्रकाश आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार