निमंत्रण के बिना अतिथि बनना स्वयं का निरादर : आशुतोष महराज

शेयर करे

फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। विश्वकल्यार्थ रामलीला प्रांगण में चल रहे भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन दुर्गेश पांडेय व साथी विद्वतजनों द्वारा यज्ञ मण्डप में शामिल मुख्य यजमान के साथ अन्य श्रद्धालुओं का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन अर्चन कराया गया। श्लोकों से वातावरण भागवत मय हो गया। अपरान्ह व्यासपीठ से अशुतोष महराज ने परीक्षित की भाव पूर्ण कथा सुनाई। फिर देवाधिदेव शिव माता सती की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान शिव ने सती जी को राजा दक्ष प्रजापति के बिना बुलावे के जाने पर मना किया। परन्तु देवी सती नहीं मानी। अन्त में मायके में मिले निरादर से क्रुद्ध देवी यज्ञ कुंड में आहुति दे दी जिससे पूरा ब्रह्मांड हिल उठा। आगे की कथा विस्तार से वर्णन किया। संगीत मई कथा व भजनों को सुनाया जिसे सुन श्रद्धालु भक्ति भाव से आनंदित होते रहे। इस अवसर पर सुरेश मौर्य, अनिल, अरविंद, चम्पा मौर्य, शिमला प्रजापति, शान्ति आर्या, ममता सोनी, विष्णु मोदनवाल, शीतल सोनी, अंश सोनी, आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *