आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव के मार्ग निर्देशन में महिला कल्याण विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सठियांव में कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम किया गया।
इस अवसर पर पीएचसी सठियांव के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विजय कुमार जायसवाल, डॉ.प्रशान्त कुमार राय चिकित्साधिकारी, डॉ.अजय कुमार, बीपीएम अलीम अख्तर की उपस्थिति में महिला कल्याण अधिकारी प्रीति उपाध्याय एवं डीसी अन्नू सिंह द्वारा 10 नवजात शिशुओं की माताओं को बेबी किट व प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया एवं कन्या सुमंगला योजना से भी जोड़ा गया।
महिला कल्याण अधिकारी प्रीति उपाध्याय ने बताया कि कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत सरकार द्वारा 6 चरणों में आर्थिक मदद उपलब्ध करायी जाती है। इस योजना से बाल विवाह, लिंग भेदभाव जैसी कुप्रथा का भी अंत होगा। उन्होने बताया कि प्रथम चरण में बच्ची के जन्म के समय दो हजार रुपए, द्वितीय चरण में एक साल का टीकाकरण होने के बाद एक हजार रुपए, तृतीय चरण में पहली कक्षा में प्रवेश पर दो हजार, चतुर्थ चरण में कक्षा 6 में प्रवेश करने पर दो हजार, पांचवें चरण में कक्षा 9 में प्रवेश करने पर तीन हजार एवं छठवें चरण में स्नातक या 2 साल का कोई डिप्लोमा कोर्स करने पर पांच हजार रुपया, इस प्रकार कुल 15 हजार रुपए का लाभ इस योजनान्तर्गत दिया जाता है। उन्होने बताया कि बेटा, बेटी में भेदभाव न करें, दोनों को समान शिक्षा दें, जिससे बेटियां भी अपने पैरों पर खड़ा होकर परिवार, समाज एवं देश का नाम रोशन करें। उन्होने यह भी कहा कि जहां भी महिलाओं का समाज में उत्पीड़न हो, उसका कड़ा विरोध करें। उन्होने घरेलु हिंसा, बाल विवाह, लिंग परीक्षण, कन्या भू्रण हत्या के बारे में विस्तार से बताया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार