अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया के बैठक कक्ष में विश्व जनसंख्या दिवस पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. हरिश्चंद्र, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार, बीसीपीएम सुरेश पांडेय, एआरओ विशाल यादव उपस्थित रहे।
राजदेव चतुर्वेदी ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है। बढ़ती जनसंख्या की चुनौतियां जैसे गरीबी, बेरोजगारी और पर्यावरणीय क्षरण पर जागरूकता बढ़ाना इसका मुख्य उद्देश्य है। इस साल की थीम ‘युवाओं को सशक्त बनाना है, ताकि वे अपनी पसंद का परिवार चुन सकें।’ इस दिन को मनाने का उद्देश्य जनसंख्या मुद्दों और समाज पर उनके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने का है। बीसीपीएम सुरेश पांडेय ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस विश्व की बढ़ती जनसंख्या को लेकर चिंतन हेतु मनाया जा रहा है।
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि 70 के दशक में परिवार नियोजन के साधन को न अपनाया गया होता तो आज प्रजनन दर और अधिक होती। हर विवाहित जोड़े को शादी के बाद खुद सोचना चाहिए कि हमें कितना बच्चा पैदा करना चाहिए। हमारे लिए युवावस्था की सबसे ज्यादा चुनौतियां हैं। अधीक्षक डा. हरिश्चंद्र द्वारा बताया गया कि हर साल विश्व जनसंख्या दिवस को एक थीम के साथ मनाया जाता है। विश्व जनसंख्या दिवस 2025 की थीम युवा लोगों को एक निष्पक्ष और आशा पूर्ण दुनिया में अपनी मनचाही फैमिली बनाने के लिए सशक्त बनाना है। दुनिया की आबादी भले ही तेजी से बढ़ी हो, लेकिन परिवार तेजी से बिखर रहे हैं। ऐसे में इस साल की थीम को सेलिब्रेट करना युवाओं के लिए बेहद जरूरी है।
रिपोर्ट-आशीष निषाद