अत्रि-स्पंदन एवं ‘पानी की पाठशाला पुस्तक का हुआ लोकार्पण

शेयर करे

आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शहर के हरिऔध कला भवन में रविवार को आजमगढ़ महोत्सव की स्मारिका अत्रि-स्पंदन एवं जल संरक्षण पर अभिनव पुस्तक ‘पानी की पाठशाला का लोकार्पण हुआ। इन पुस्तकों का लोकार्पण सांसद दिनेश लाल यादव, जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज एवं संपादक पवन कुमार सिंह, जिलाध्यक्षद्वय श्रीकृष्ण पाल एवं सूरज श्रीवास्तव तथा अपर जिलाधिकारी आजाद भगत सिंह ने किया।
विषय रखते हुए संपादक पवन कुमार सिंह ने अत्रि स्पंदन एवं पानी की पाठशाला पर प्रकाश डाला। कठिनाइयों एवं उसकी विशेषताओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए यह कार्य किया गया है जिसे वही आगे बढ़ाएगी।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि स्मारिका के विषय में हमने सोचा था कि यह एक संदर्भ पुस्तक बन सकेगी। लेकिन मुझे यह कहने में संकोच नहीं है कि यह हमारी उम्मीद से अच्छी बन पड़ी है। लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए सांसद दिनेश लाल यादव ने कहा कि आज की जरूरत है पानी की पाठशाला। आजमगढ़ की सरजमीं से उठा यह अभियान देश के कोने कोने तक पहुंचेगा। ऐसा मेरा विश्वास है। आजमगढ़ में वह ऊर्जा है जो असीम सम्भवनाओं को जन्म देता है।
आजमगढ़ महोत्सव की स्मारिका ‘अत्रि – स्पंदनश् में आजमगढ़ में स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन, शहीदों, साहित्य, लोक संस्कृति जनपद के वैज्ञानिक, विद्वान जनपद की पहचान निजामाबाद के मिट्टी के बर्तन, बनारसी साड़ियों से लेकर यहां की नदियों समेत विभिन्न आलेख बड़े ही शोध पूर्ण तरीके से प्रकाशित किए गए हैं। यह पुस्तक जनपद के अतीत से लेकर वर्तमान के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालती है। इसके साथ ही जल संरक्षण के लिए एक नई शुरुआत करते हुए पानी की पाठशाला पुस्तक जनपद वासियों के लिए आई है। इन पुस्तकों के संपादक लोक दायित्व के पवन कुमार सिंह है। लोकार्पण समारोह के अवसर पर आजमगढ़ महोत्सव की पत्रिका के लेखकों को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अरविंद सिंह एवं सुनील ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, जिला विकास अधिकारी संजय सिंह, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट गुप्ता तथा अत्रि स्पंदन के सभी लेखक, पानी की पाठशाला के सहयोगी तथा लोक दायित्व के डा. दुर्गा प्रसाद अस्थाना उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *