आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। राजस्थान के भरतपुर ज़िले के घाटमिका पहाड़ी गांव से 16 फ़रवरी को अपहरण करके, कथित गौरक्षकों द्वारा नासिर और जुनैद की निर्मम पिटाई और फिर उन्हीं की गाड़ी में हरियाणा के भिवानी इलाके में ज़िंदा जलाने की घटना में अभी तक न तो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं और न ही सरकार ने पीड़ित परिवार को कोई मुआवजा व राहत प्रदान की है। उक्त घटना को लेकर आजाद समाज पार्टी ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि विगत 18 फ़रवरी को आजाद समाज पार्टी (का.) ने अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की थी लेकिन राजस्थान और हरियाणा सरकारों ने इस प्रकरण में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जिससे प्रतीत होता है कि इस घटना में सफेदपोश नेता अधिकारियों और पुलिस-प्रशासन की मिली भगत है। घटना में 2023-24 के राजस्थान में होने वाले आम विधानसभा चुनाव को लेकर साम्प्रदायिक कार्ड खेलने की साजिश से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। राजस्थान प्रदेश में दलितों, आदिवासियों और मुस्लिम समाज के साथ लगातार हत्या, बलात्कार और शोषण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं और प्रदेश सरकार जातिगत कारण से मुआवजा और न्याय में भेदभाव कर रही है। इस जघन्य हत्याकांड के बाद देश में वंचित वर्ग के अंदर भय का माहौल बना हुआ है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार