फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। महीनों बाद मॉर्डन गांव के रूप में चयनित गांव में एसएनए खाते में धन पहुंचते ही गांव में बने पंचायत कार्यालय पर प्रधान, सचिव, पंचायत सहायकों का जमावड़ा लग गया।
सरकार मॉर्डन गांव बनाने के लिए अतिरिक्त धन देकर गांव में सोख्ता गड्ढा शोक पिट घूर गड्ढा ई-रिक्शा कचरा प्रबंधन हेतु आरआरसी सेन्टर नाली आदि के निर्माण कराकर गांव को स्वच्छ बनाने की एक मुहिम चलाई जिसके लिए गांव का चयन किया गया। प्रथम बार माडर्न गांव के रूप में फूलपुर ब्लाक के 89 ग्राम पंचायतों में 60 गांवों का चयन किया गया। इन ग्राम पंचायतों के संतृप्त होने के बाद शेष उन्नीस गांव का चयन एक वर्ष पूर्व किया गया था। पर धन खाते में न आने की वजह से चयनित गांव का सपना अधूरा था। कहीं प्रधान अग्रिम कार्य करा कर भुगतान के लिए परेशान थे तो कुछ गांव पैसा आने का इंतजार करते रहे। एसएनए खाते में धन आने की खबर से रविवार को पंचायत कार्यालय पर कर्मचारियों का जमावड़ा लग गया। खाते से पैसा खारिज कर बकायादारों के भुगतान में प्रधान व सचिव लगे रहे।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय