पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जनपद में सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय तथा संभागीय परिवहन कार्यालय दोनों हरबंशपुर में निजी भवन में चल रहा था। रविवार को आकस्मिक शासन की तरफ से आरटीओ प्रशासन को आदेशित किया गया कि चल रहे कार्यालय के भवन को तुरंत खाली कराके आईटीआई कैंपस में चल रहे मोटर ट्रेनिंग सेंटर कैंपस में शिफ्ट कर दिया जाए, अन्यथा शासन द्वारा भवन के किराए का भुगतान नहीं किया जाएगा। इसे देखते हुए आरटीओ प्रवर्तन डॉ. आरएन चौधरी तथा आरआई पवन सोनकर के नेतृत्व में सोमवार से ही फाइलों, अलमारी और रैक तथा मेज कुर्सी को ट्रक पर लदवा कर आईटीआई कैंपस में बने मोटर ट्रेनिंग सेंटर के कमरों में रखवाया गया। रैक काउंटर सब इधर-उधर पड़े हैं कारण यह है कि यहां पर्याप्त जगह नहीं है जहां आसानी से सारे फाइलों और सामानों को रखवाया जा सके।
शासन द्वारा विभाग के लिए नवनिर्मित भवन गंभीरवन के पास निर्माण किया जा रहा है जिसको अभी विभाग को हैंड ओवर होने में लगभग दो महीने का समय लगेगा। लेकिन अचानक इतना कठिन निर्णय क्यों लिया गया। यह मामला पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है। जिन लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस की डेट मिली थी या गाड़ियों की फिटनेस, परमिट, टैक्स जमा करने थे उन सभी लोगों का काम बाधित हो गया। दूर-दराज और गैर जनपद से आने वाले लोग शासन प्रशासन को कोष रहे थे। विभाग को भवन शिफ्टिंग का अगर समय मिला होता तो फाइलों और सामान को ले जाने के लिए ई-टेन्डर के माध्यम से शिफ्टिंग की जाती तो शायद फाइलों की यह दुर्दशा नहीं होती। अब देखना यह है कि विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा मेहनत करके आम जनता का काम कितने दिनों में बहाल किया जाता है।
रिपोर्ट-बबलू राय