लालगंज आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शाइन सिटी, हीरा गोल्ड, सहारा, कृषि एक्सपोर्ट, राप्ती हाउसिंग आदि तमाम कंपनियों ने क्षेत्र के लोगों के करोड़ों डूब जाने के बाद भी फ्रॉड करने वाली कंपनियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कोई न कोई लालच देकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करके उनकी रकम लेकर भाग जाने का सिलसिला आज भी जारी है। ताजा घटना क्रम के अनुसार देवगांव कोतवाली के सरूपहा आदि गांव में एक और फ्राड का मामला सामने आया है।
गांवों में एक प्राइवेट कंपनी समूह बना कर लोन देने का वादा करते हुए अपनी शाखा खनियरा में खोली थी। कंपनी के एजेंट महिलाओं से प्रति सदस्य 2 हजार 800 रुपये जमा कर नाम सूची में दर्ज कराते हुए इन्हें बताया कि कंपनी पहले बीमा करती है फिर लोन देती है। लालच में कई महिलाओं ने पैसा जमा करके अपना नाम सूची में अंकित करा लिया। गुरुवार को लोन के वितरण के लिए कार्यालय पर बुलाया गया। लेकिन महिलाएं लोन लेने के लिए जब कार्यालय पर पहुंचीं तो वहां उन्हें ताला बंद मिला। कुछ ही देर में काफी संख्या में महिलाएं मौके पर जमा हो गईं। सरूपहा गांव की रेनू, दुर्गावती, आरती, इंदु, उर्मिला, सुमन, अर्पणा, रीता, संगीता, संजू, सुमन सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि बृहस्पतिवार कोे जब वह कार्यालय पर पहुंची तो यहां ताला लगा मिला। मकान मालिक ने बताया तीन दिन पहले यह आफिस हमारे मकान में खुला था। महिलाआंे ने देवगांव कोतवाली पहुंच कर कंपनी के खिलाफ तहरीर दी है। देखना दिलचस्प होगा कि इनका पैसा पुलिस दिलाने में सफल होती है या नहीं।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद