अंजानशहीद आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील पर जूनियर प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में रामकथा का हुआ आयोजन राम कथा का रसपान कर भक्त हुए भाव विभोर रामकथा के रस पान के लिए शंकर सती ने कथा का किया श्रवण कथा वाचक शांतनु जी महाराज की संगीत में कथा से क्षेत्र हुआ गुंजायमान सियाराम से गूंजा क्षेत्र।
शुक्रवार के दिन सगड़ी जूनियर विद्यालय के प्रांगण में सात दिवसीय राम कथा का शुभारंभ हुआ कथा वाचक शांतनु जी महाराज ने श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण कर व्यास गद्दी पर विराजमान हो संगीतमय राम कथा का वाचन किया। इस दौरान उन्होंने रामकथा के महत्व और रामकथा के आनंद का सुंदर चित्रण प्रस्तुत किया। राम कथा के श्रवण व रसपान के लिए भगवान शंकर ने सती के साथ श्रवण किया वही उनके मन में राम के दर्शन की इच्छा जागृत हुई जहां पर राम ने वन गमन करते हुए भगवान शंकर ने उन्हें प्रणाम किया और सच्चिदानंद कह कर झूमने लगे वही सती के द्वारा भगवान राम के सच्चिदानंद होने पर संदेह हुआ जिसका परीक्षण सती के द्वारा किया गया कथा वाचक शांतनु जी महाराज ने संगीत में सुंदर चित्रण प्रस्तुत कर राम कथा का महत्व बताया और कहा कि सच्चे दिल से राम कथा का श्रवण कर मन में जो विचार मौजूद होते हैं चरित्रार्थ होता है। राम कथा सुनाकर मौजूद सैकड़ों भक्तों को भावविभोर कर दिया वही आनंद के रस में सभी भक्तों डूब गए इस दौरान सियाराम की भजन से पूरा पांडाल व सगड़ी क्षेत्र गूंज उठा। इस दौरान पूरा पंडाल रामकथा के रस पान के लिए भरा रहा सैकड़ों की संख्या में क्षेत्र के पुरुषों महिलाओं ने राम कथा का रसपान किया। जिनमें मुख्य रूप से डा. रुपेंद्र कुमार, रामअशीष यादव, ज्ञानेंद्र मिश्रा, सतीश तिवारी, गोपाल जायसवाल, प्रदीप तिवारी, संजय यादव सहित सैकड़ों भक्त मौजूद रहे।
रिपोर्ट-फहद खान