आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। हर व्यक्ति किसी न किसी समस्या से परेशान, लेकिन विजयदशमी पर शनिवार को आस्था के आगे सभी समस्याएं हारती नजर आई। दोपहर बाद सड़कों पर लोगों के निकलने का सिलसिला शुरू हुआ, तो आधी रात के बाद भी भीड़ से बाजार गुलजार रहे। घरेलू सामान, चोटहिया जलेबी और बच्चों के लिए खिलौने की खरीदारी की गई। महिलाओं व बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। दूसरी ओर जगह-जगह रावण के पुतले दहन किया गया। श्री रामलीला कमेटियों की तरफ से रामलीला मैदान युद्धभूमि के रूप में सजाया गया। जहां राम और रावण अलग-अलग रथों पर विराजमान होकर युद्धभूमि में उतरे।
इनसेट– अंकुरित जौ लेकर समृद्धि की कामना
आजमगढ़। नवरात्र के बाद विजयदशमी को अंकुरित जौ प्राप्त कर लोगों ने सुख-समृद्धि की कामना की। जौ को दाहिने कान पर रखने की परंपरा रही है। इसके लिए सुबह से ही ब्राह्मण शहर में निकल पड़े थे। लोगों को अंकुरित जौ देने के बाद उनसे दक्षिणा प्राप्त कर रहे थे। मान्यता है कि नवरात्र के नौ दिनों में ठीक से अंकुरित होने वाला जौ समृद्धि का प्रतीक होता है। जिनके घर कलश की स्थापना नहीं होती वह ब्राह्मणों से अंकुरित जौ प्राप्त कर अपने पास रखते हैं।
इनसेट- मेले में सेल्फी लेने की रही होड़
आजमगढ़। दुर्गा प्रतिमा का दर्शन करने के साथ युवा वर्ग में सेल्फी लेने की होड़ लगी रही। जहां की प्रतिमा आकर्षक लगी वहां खास तौर से युवतियों और महिलाओं ने मोबाइल से सेल्फी ली तो कहीं-कहीं परिवार के साथ लोग सेल्फी लेते दिखे। तमाम लोगों ने हर अच्छी प्रतिमा को मोबाइल के कैमरे में कैद किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार