आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जिला महिला अस्पताल में शासन द्वारा मिल रही सुविधाओं की निगरानी में सब कुछ बहुत अच्छा मिला। साफ सफाई से लेकर निशुल्क दवा और मरीज को भोजन, अंडा, फल यह सारी सुविधाएं मिली। मरीजों के साथ आए हुए तीमारदार भी अस्पताल में मिल रही सुविधाओं से प्रसन्न दिखे। लोगों का कहना था कि जब से सीएमएस के पद पर डॉ.विनय सिंह ने पदभार ग्रहण किया है तब से अस्पताल की व्यवस्था में बहुत कुछ सुधार आया है। सारी सुविधा निशुल्क मिल रही है।
इस संबंध में सीएमएस डा.विनय सिंह ने बताया कि ठंड को नजर में रखते हुए सारे वार्डाे और ऑपरेशन थियेटर में ओएफआर रेडिएटर लगा दिए गए हैं जिससे जच्चा बच्चा को कहीं से ठंड का असर न हो और कंबल की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है। खास करके नवजात बच्चों में हाइपोथर्मिया जैसी बीमारी से मौत ज्यादे पैमाने पर होती थी क्योंकि बच्चो को मां के पेट से बाहर आते ही टेंपरेचर कम हो जाने से यह समस्या होती है। उस दौरान मेरे द्वारा समस्त प्रसूति महिलाओं को जानकारी दी जाती है कि बच्चो को मां से लिपटा कर रखा जाए जिससे नवजात बच्चो को मां से बाडी टेंपरेचर भी मिलता रहेगा और बच्चों को स्तन पान करने की आदत भी बनेगी। बच्चो को मां का स्तन पान कराना बहुत जरूरी है। ठंड में मालिश करने से बच्चे डायरिया तथा निमोनिया के शिकार हो जाते हैं। अगर मालिश करना भी हो तो सिर्फ नारियल के तेल से ही मालिश करें।
डिलेवरी के लिए प्राइवेट अस्पताल में रेफर किये जाने की बात पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि हां कुछ ऐसी शिकायतें मिलती हैं लेकिन मेरे द्वारा काफी सख्ती की जा रही है। किसी भी मरीज के साथ ऐसा व्यवहार न करें और अपने अस्पताल में उनका समुचित इलाज करें। किसी को बाहर भेजने की आवश्यकता नहीं है। ज्यादा अगर कोई ऐसी स्थिति आती है तो हम अपने एंबुलेंस के माध्यम से पेशेंट को मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर करेंगे और वहां समुचित इलाज होगा। जो भी शासन द्वारा सुविधा मिल रही है उस सुविधा को निशुल्क मुहैया कराया जाए यही मेरा कर्मचारियों को सुझाव और प्रयास रहता है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार