मार्टिनगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अक्षय तृतीया का मुहूर्त 30 अप्रैल को सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ मनाया जाएगा जो इसे और भी शुभ बनाएगा। इस दिन गहनों की खरीदारी, दान और मांगलिक कार्यों का विशेष महत्व होता है क्योंकि इस अक्षय तृतीया के पर्व पर किए गए कार्य अक्षय यानी स्थाई होते हैं। लोग सोने की आभूषणों की खरीदारी के लिए उत्साहित तो हैं लेकिन सोने के दाम पर महंगाई का जो असर चढ़ा है उससे अच्छे-अच्छे के मंसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
ज्योतिषाचार्य पं.गिरजा प्रसाद पाठक ने बताया कि अक्षय तृतीया पर खरीदारी के लिए सुबह 5.41 से दोपहर 2.12 तक 8 घंटे 31 मिनट का शुभ मुहूर्त मिल रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग होने से पूरा दिन शुभ रहेगा। इस दिन दोपहर 12.46 से 3 बजे तक सिंह लग्न दोपहर 3.01 से शाम 5.17 तक कन्या लग्न और इसके बाद 7.33 बजे तक गोधूलि लग्न रहेगी जो जेवर की खरीदारी के लिए बहुत उपयुक्त है। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा के लिए सुबह 5.41 से दोपहर 12.18 तक शुभ मुहूर्त है। इस दिन शादी के साथ-साथ मांगलिक कार्य भी किया जा सकता है।
पंडित हर्षित तिवारी आचार्य ने बताया कि मंगल ग्रह कर्क राशि में प्रवेश कर चुका है जो 9 जून तक रहेगा। इससे कन्या धनु मेष राशि एवं वृष राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा। उनके बिगड़े हुए काम बनेंगे भाग्योदय होगा। पांच राशियों को पूजा का फल प्राप्त होगा जबकि तीन राशियों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
सोने के व्यापारी सतीश सेठ ने बताया कि अक्षय तृतीया के पर्व को लेकर कोई खास उत्साह नहीं देखा जा रहा है। कारण की उस दिन शादी विवाह की लगन है। बहुत ज्यादा अक्षय तृतीया पर खरीदी होने की संभावना नहीं है। पं.शशिधर त्रिपाठी ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया सनातन धर्म की विशेष तिथि है। त्रेता युग का आरंभ इसी तिथि से हुआ था। इस दिन स्थाई संपत्ति और आभूषणों की खरीद विशेष फलदाई माना जाता है। दान करने का फल इस दिन दो गुना मिलता है।
रिपोर्ट-अद्याप्रसाद तिवारी