अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस को घेरा, चाचा शिवपाल के मामले पर साध ली चुप्पी

शेयर करे

बनारस में मीडिया से मुखातिब होकर चंदौली निकल गए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)।
आज चंदौली जाने के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत की। उन्होंने यूपी पुलिस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यहां की पुलिस दबिश देने नहीं बल्कि दबंगई करने जाती है। उत्तर प्रदेश के थाने भाजपा शासन में अराजकता के केंद्र बन गए हैं। उन्होने आरोप लगाया कि चंदौली में पुलिस दबिश नहीं बल्कि टारगेट करके गई थी कि किसी न किसी की जान लेनी है और जान ले ली। कहा कि मुझे प्रदेश सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जजों द्वारा कराई जाए तो शायद पीड़ित परिवार को न्याय मिले।
धार्मिक तौर पर उकसाती है भाजपा
बतादें, ज्ञानवापी प्रकरण में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहाकि भारतीय जनता पार्टी लगातार इसी तरह का कार्य करती है, भाजपा चाहती है कि समाज में शांति न रहें, समाज में एक दूसरे से झगड़ा रहे, समाज एक दूसरे से बंटकर रहें। ताकि नौकरी-बेरोजगारी पर बहस न हो। आज देश की अर्थ व्यवस्था कहा पहुंच गई है। डॉलर की कीमत कहां से कहां पहुंच गई है, इस पर कोई बहस नहीं कर रहा है। देश के कुछ लोग ऐशो-आराम के सारे संसाधन खरीद ले रहें हैं। प्रदेश में बिजली महंगी है। कुछ जिलो में बिजली है ही नहीं। देश में गंगा सफाई की बात हुई लेकीन गंगा में मछलियां डालते ही मर गईं इसका मतलब गंगा आज भी प्रदूषित हैं। गेहूं की सरकारी खरीद नहीं हुई।
सपा नेताओं ने किया स्वागत
पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां के बारे मे पूछे गए सवाल के बारे में उन्होने कहा कि वह पहले भी हमारे थे और आज भी हमारे हैं। आजम खां साहब का जो केस देख रहें हैं उस अधिवक्ता और उनके परिवार से मेरी लगातार बात हो रही है। उनके जेल से बाहर आते ही वो हमारे साथ रहेंगे। चाचा शिवपाल के बारे में सवाल को टालते हुए निकल गए। इसके पूर्व एयरपोर्ट पहुंचने पर पर स्थानीय सपा नेताओं द्वारा अखिलेश यादव का जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर कामेश्वर दिक्षित किशन, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल, पूर्व सांसद रामकिशुन यादव, मनोज राय धूपचंडी, पूजा यादव, अशफाक अहमद डब्लू, अभिषेक विश्वकर्मा सहित दर्जनों सपा नेता मौजूद थे।
रिपोर्ट : अमन विश्वकर्मा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *