फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय तहसील सभागार में तहसील दिवस का आयोजन जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज और पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य की देख रेख में किया गया। इस दौरान 108 मामले आये जिसमे 8 मामलों का तत्काल निस्तारण किया गया। कई फरियादी ऐसे मिले जो कई बार से तहसील दिवस का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन निस्तारण अभी तक नहीं हो सका।
तहसील दिवस पर कंदरी अतईपुर गांव के लालबहादुर यादव ने कोटेदार के खिलाफ ग्रामीणों ने राशन कम देने और राशन पर अधिक पैसा लेने को लेकर 5वीं बार शिकायती पत्र दिया। सुदनीपुर के महेंद्र प्रसाद द्वारा बक्सपुर पिच मार्ग से सुदनीपुर अनुसूचित बस्ती तक 2008 में स्वीकृत हुए पिच मार्ग का अभी न बन पाने के सम्बंध में 10 बार शिकायती पत्र दिया गया, लेकिन निस्तारण के नाम पर कुछ नही हुआ। माहुल नगर के फैज मेंहदी ने शिकायती पत्र में भाभी की जमीन को दूसरे के नाम फर्जी ढंग से बैनामा करने का आरोप लेखपाल पर लगाया है। शेखवलिया मटियार में खेल मैदान और ग्रामसभा की जमीन पर अवैध कब्जा को हटवाने के लिए प्रधान प्रतिनिधि सुबास चौहान द्वारा 6 बार में 3 बार डीएम के तहसील समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन अभी तक तहसील प्रशासन द्वारा अवैध कब्जा नही हटाया गया। फरियादी तहसील के चक्रमण लगाते रहते हैं, वहीं तहसील प्रशासन निस्तारण करने के मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है। इस अवसर पर तहसीलदार संजय कुमार कुशवाहा, नायब तहसीलदार सुशील कुमार, राजेश पाण्डेय, इंदु दुबे, रामसूरत गौड़, पूजा पाठक, राजीव यादव, बाबूराम पाल, सीओ अनिल कुमार, कोतवाल अनिल सिंह, विनोद कुमार, बिजय बहादुर आदि मौजूद रहे।
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बिना कोरोना की जांच कराये नहीं मिला प्रवेश
फूलपुर (आजमगढ़)। स्थानीय तहसील सभागार में जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर आवेदकों को कोरोना की जांच के बिना सभागार में प्रवेश की अनुमति नहीं थी। कोरोना की जांच के बाद ही प्रवेश मिल रहा था। काफी संख्या में लोग कोरोना की जांच कराते रहे। सुबह से कोरोना की जांच के लिए लाइन में खड़े लोग अधिकारियों को कोसते हुए अपने घरों को वापस गए। इस संबंध में बहादुर, अमित सिंह, विरेन्द्र, नदीम, कलीम, हसीब आदि का कहना है कि कोरोना की जांच में ही सब समय चला गया जिससे प्रार्थना पत्र नहीं दिया जा सका।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय