आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। आदि गुरु शंकराचार्य की जयंती मंगलवार को ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के तत्वावधान में अध्यक्ष ब्रजेश नन्दन पाण्डेय के एलवल स्थित आवास पर मनाई गयी। कार्यक्रम का शुभारम्भ आदि गुरु शंकराचार्य के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
अध्यक्षता करते हुए ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद अध्यक्ष ब्रजेश नन्दन पाण्डेय ने बताया कि आदि गुरु शंकराचार्य अद्वैत वेदांगों के प्रवर्तक एवं महान दार्शनिक थे। प्राचीन भारतीय परम्परा के विकास और हिन्दू धर्म के प्रचार प्रसार में आदि गुरु शंकराचार्य जी का महान योगदान है। सनातन परम्परा को पूरे भारत में फैलाने के लिए उन्होंने भारत के चारों कोनों पर श्रृंगेरी मठ, गोवर्धन मठ, शारदा मठ एवं जतोतिर्मठ की स्थापना किया। भगवत गीता, उपनिषदों एवं वेदांग सूत्रों पर लिखी हुई शंकराचार्य जी की टीकाएं बहुत प्रसिद्ध हैं। कार्यक्रम को महामंत्री मनोज कुमार त्रिपाठी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विश्वदेव उपाध्याय, सतीश कुमार मिश्र, भागवत प्रसाद तिवारी, गिरिजा सुवन पाण्डेय, सतीश चन्द्र पाण्डेय, गोविन्द दुबे, निशीथ रंजन तिवारी, सर्वेश उपाध्याय, मनीष तिवारी, अनूप पाण्डेय, योगेंद्र पाण्डेय, प्रमोद मिश्रा आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार