आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अपर आयुक्त (प्रशासन) केके अवस्थी ने मण्डल के अन्तर्गत आने वाले सभी नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों के साथ ही ऐसे महाविद्यालयों जिनकी आडिट आपत्तियां विगत कई वर्षों से अनिस्तारित हैं, को निर्देश दिया है कि व्यक्तिगत ध्यान देकर लम्बित आडिट आपत्तियों का निराकरण करायें।
अपर आयुक्त ने कहा कि स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग से जो भी आडिट आपत्तियां जारी की गयी हैं वह वित्तीय आपत्तियां हैं, इसलिए इसके निस्तारण के प्रति पूरी गंभीरता बरती जाय। उन्होंने निकाय स्तर पर लम्बित आडिट आपत्तियों की समीक्षा करते हुए कहा कि गत बैठक के उपरान्त जनपद आजमगढ़ केवल नगर पालिका परिषद आज़मगढ़ द्वारा 410 व मुबारकपुर द्वारा 67 एवं नगर पंचायत अजमतगढ़ द्वारा 27 आपत्तियों का निस्तारण कराया गया है।
श्री अवस्थी ने महाविद्यालयों में अनिस्तारित आडिट आपत्तियों की समीक्षा में पाया कि जनपद आजमगढ़ के 11 महाविद्यालयों में बड़ी संख्या में आपत्तियां अनिस्तारित हैं। उन्होंने सम्बन्धित महाविद्यलयों के प्राचार्यों से कहा कि व्यक्तिगत रूचि लेकर लम्बित आडिट आपत्तियों का निस्तारण करायें। इसी प्रकार जिला विद्यालय निरीक्षक के नियन्त्रणाधीन आजमगढ़ के 106 उच्चतर माध्यमिक, इण्टर कालेजों में भी बड़ी संख्या में आडिट आपत्तियां लम्बित मिलीं। उन्होंने शिक्षण संस्थाओं के प्रचार्यों से कहा कि मासिक निस्तारण का एक लक्ष्य बनाकर उसका क्रमवार निस्तारण करायें।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार