आजमगढ़। स्थानीय तहसील क्षेत्र के खादारामपुर निवासी गोरख नाथ पाण्डेय पुत्र श्रीनेत पाण्डेय को गांव के पूर्व प्रधान अंगद और लेखपाल की मिली भगत से अभिलेखों में गोरखनाथ को मृत दिखा कर उनकी समस्त जमीन मंझारी गांव निवासी अरविन्द, राज कुमार, राममिलन पुत्रगण गोरख के नाम वरासत दर्ज करा दिया गया है। जब गोरखनाथ पाण्डेय अपनी खेत कि नकल लेने गये तो उसमें उनको मृतक दिखाया गया है। यह देख कर उनके होश फाख्ता हो गये। उन्होंने तत्काल इसकी शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी से की। उन्होंने उक्त प्रकरण की जांच कराकर पुनः इनका नाम दर्ज कराने का आदेश दिया था लेकिन निजामाबाद तहसील कर्मचारियों ने आज तक इनका नाम नही दर्ज किया। थकहार कर 9 मई को पुनः जिलाधिकारी से मिले तो उन्होंने उपजिलाधिकारी निज़ामाबाद को आदेश दिय कि उक्त प्रकरण कि जांचकर शिकायत सही होने पर दोषी कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही किया जाय। शुक्रवार को उपजिलाधिकारी निज़ामाबाद के कार्यालय में जाकर गोरखनाथ पाण्डेय ने कहा कि साहब मैं जिंदा हूँ तो उपजिलाधिकारी ने तत्काल जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया।