लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत लालगंज तहसील क्षेत्र के निहोरगंज से चिउटहरा तक करीब 6 किलोमीटर मार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार इस मार्ग को 9 मीटर चौड़ा किया जा रहा है। चिउटहरा गांव में कुछ स्थान पर 5 मीटर से कम दूरी पर दोनों पटरी पर वर्षों पूर्व से कई मकान बने हुए हैं। कुछ मकान तो पचास साठ साल से अधिक समय के बताए जा रहे हैं। अब इन्हें अचानक मार्ग के चौड़ीकरण के नाम पर जेसीबी लगाकर तोड़े जाने से लोगों में काफी आक्रोश है। पीड़ितों ने बताया कि उन्हें इससे पूर्व नोटिस भी नहीं दी गई और अचानक जेसीबी लगाकर मकान को गिरा दिया गया।
गांव के सहतू प्रजापति पुत्र मक्खन प्रजापति, लालती देवी पत्नी शिवनाथ यादव, विद्या देवी पत्नी सिरगु यादव, प्रभादेवी पत्नी भृगुनाथ यादव, राजेश यादव पुत्र तिलकधारी यादव, मुन्नी देवी पत्नी राजेश यादव आदि ने बताया कि उन लोगों के पास रहने के लिए जो घर था उसे या तो गिरा दिया गया है या गिराये जाने का अल्टीमेटम दिया गया है। इससे उन लोगों में काफी आक्रोश है। उन्होंने बताया कि उन लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। सहतू प्रजापति ने बताया कि उनका यही एक छोटा सा मकान था जिसमें बेटा, बहू के साथ रहते थे। इसे भी जेसीबी लगाकर ध्वस्त कर दिये जाने से अब वह परिवार के साथ दूसरे के टीनशेड के नीचे बहू की साड़ी टांग कर किसी प्रकार जीवनयापन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मकान गिराए जाने से पहले उन्हें नोटिस तक नहीं दी गयी। अचानक जेसीबी लगाकर उन लोगों को बेघर कर दिया गया। सहतू प्रजापति ने बताया कि वह इस जमीन को खरीद कर घर बनाए थे। हाथ में बैनामा पेपर लिए लालती देवी ने बताया कि उनका 70 साल पहले का बना मकान था जिसे बिना नोटिस दिए गिरा दिया गया। उन्होंने कहा कि उन लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है। इसका उन लोगों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद