आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर मंडलायुक्त मनीष चौहान ने अपने कार्यालय भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा सामूहिक रूप से राष्ट्रगान किया। उसके बाद सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आज विश्व मंे शांति और सद्भाव बनाने के लिए गांधी और शास्त्री जी के आदर्शों, उसूलों, जीवन मूल्यों और संघर्षों को आत्मसात करना अपरिहार्य हो गया है। यदि हम दोनों विभूतियों के किसी मार्ग, सिद्धान्त का दृढ़ता से अनुसरण करना शुरू कर दें तो उनकी जयंती मनाना सार्थक हो जाएगा।
इसी क्रम में कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने झंडारोहण एवं राष्ट्रगान किया, जबकि गांधी हाल में जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राहुल विश्वकर्मा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व आजाद भगत सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी विनय कुमार गुप्ता आदि ने महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया। हरिहरपुर के गायक ने सांस्कृतिक गीत की प्रस्तुति दी।
डीएम ने कहा कि महात्मा गांधी से यह सीख लेनी चाहिए कि हम बिना कोई हथियार उठाए, अहिंसा के मार्ग पर चलकर भी जीत हासिल कर सकते हैं। गांधी जी के आदर्शों को भारत ही नहीं, बल्कि पूरा विश्व मानता है। महात्मा गांधी जी के जीवन से सीखने की जरूरत है। दोनों महान विभूतियों के व्यक्तित्व को अपने निजी जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है। विशेष रूप से महात्मा गांधी की स्वच्छता केवल भौतिक साफ-सफाई की बात नहीं है, बल्कि मन, वचन और कर्म तीनों से स्वच्छता, अहिंसा को जोड़ना है। उन्होने कहा कि महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री जी का गरीबों के प्रति, किसानों के प्रति विशेष लगाव था। लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान जय किसान का नारा दिया था।
इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने पुलिस लाइन परिसर में दोनों महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्चन कर सलामी दी गई। वहीं एएसपी नगर शैलेंद्र लाल ने पुलिस कार्यालय में दोनों महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण किया।
पुलिस लाइन में अधीनस्थों को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह के बल पर स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा बने। वहीं लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान-जय किसान के नारे के साथ देश की सेवा की और सादगीपूर्ण जीवन के माध्यम से नेतृत्व का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार