माहुल आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। गहजी कलवरिया गांव में आर्थिक तंगी, स्वयं व पत्नी की बीमारी के चलते अवसादग्रस्त युवक ने अपने घर के भूतल में शुक्रवार की रात पंखा में प्रेस में लगने वाली केवल का फंदा लगाकर जान दे दी। मृतक की बेटी शनिवार सुबह जब घर का शटर खोलने गयी तो पिता को पंखे से लटकता देख शोर मचाया जिससे आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। मृतक के बड़े भाई रमेश चौबे ने 112 पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची 112 पुलिस ने सूचना अहरौला थानाध्यक्ष को दी। पुलिस ने परिजनों से घटना की जानकारी ली।
गहजी कलवरिया गांव निवासी संतोष चौबे 47 वर्ष पुत्र उदयभान चौबे तीन भाईयों में तीसरे नंबर पर था। मृतक एक पुत्र एक पुत्री का पिता था। मृतक के बड़े भाई रमेश चौबे ने बताया कि मृतक संतोष चौबे सालों से अवसाद ग्रस्त चल रहा था। दवा भी चल रही थी साथ में इनकी पत्नी रीता देवी बीते एक साल से गंभीर रूप से बीमार चल रहीं हैं। शरीर का एक साईड में लकवाग्रस्त हो गया है। ईलाज में काफी पैसा खर्च हो गया था। मृतक संतोष चौबे ने सहारा बीमा कंपनी में लाखों रुपए का निवेश किया था लेकिन पैसा नहीं मिलने से काफी आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। अक्सर सहारा बीमा कंपनी के पैसे के न मिलने से काफी तनाव में चल रहा था। संभवतः यही कारण रहा कि ऐसा क़दम उठाया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
थानाध्यक्ष अहरौला अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के बड़े भाई ने तहरीर दी है। आत्महत्या का मुख्य कारण आर्थिक तंगी व सहारा बीमा का पैसा न मिलना बताया गया है। शव पोस्टमार्टम में भेज दिया गया है।
रिपोर्ट-श्यामसिंह