आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शिब्ली नेशनल कॉलेज में मंगलवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर सेमिनार का आयोजन किया गया। अध्यक्षता भौतिक विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ.अरशद कमाल एवं संचालन डॉ.बीके सिंह ने किया।
डॉ.अरशद कमाल ने कहा कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2023 का विषय है मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानव अधिकार है। दुनिया भर में मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए आज यह दिवस समर्पित है। डॉ.बीके सिंह ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है। इसलिए शरीर का स्वस्थ रहना जरूरी है, ताकि मस्तिष्क स्वस्थ रहे। आजकल की भागदौड़, अत्यधिक काम का बोझ, लाइफ स्टाइल तथा कंपटीशन की वजह से लोग मानसिक तनाव के शिकार हो रहे हैं। डॉ.जावेद अहमद ने कहा कि दुनिया के सभी देश मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों से परेशान हैं। वर्ल्ड फेडरेशन फार मेंटल हेल्थ के अनुसार दुनिया भर में 10 लाख के करीब लोग मानसिक रोग के शिकार हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। अगर कोई किसी परेशानी से गुजर रहा है तो वह अपने परिवार और दोस्तों से अपनी परेशानी बताकर समय रहते उस मानसिक परेशानी से दूर हो सकता है। इस अवसर पर डॉ.जियाउल हसन खान, शगुफ्ता खानम, शाहीन बानो, डॉ.अनिता राय, सीमा सादिक, डॉ.संदीप यादव, फहमीदा बानो, उपेंद्र यादव, अमन मिश्रा, शाइमा शाहीन, जोहा कलीम, कुनूत फातमा आदि उपस्थित रहीं।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार