आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील क्षेत्र के अंजान शहीद नथ्थूपुर गांव में शनिवार को कारगिल शहीद रामसमुझ यादव की याद में शहीद मेला धूमधाम से आयोजित हुआ। हर वर्ष की भाँति इस बार भी 30 अगस्त को शहीद पार्क के विशाल मैदान में यह आयोजन हुआ, जिसमें शहीद परिवारों को सम्मानित किया गया और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया।
इस बार शहीद मेले में मुख्य आकर्षण रहे कारगिल युद्ध के जीवित नायक ब्रिगेडियर के.एस. मेहरा (सेना मेडल), जो शहीद रामसमुझ यादव के तत्कालीन कमांडर भी रहे। इसके साथ ही गिरधारी लाल बत्रा, परमवीर चक्र विजेता शहीद विक्रम बत्रा के पिता भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। साथ ही सांसद धर्मेंद्र यादव, समाजवादी पार्टी के विधायक, भाजपा से ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा, पूर्व विधायक बन्दना सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण उपस्थित रहे।
मेले में भोजपुरी की प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी और गायक दुष्यंत शुक्ला ने देशभक्ति गीतों से माहौल को देशप्रेम से सराबोर कर दिया। इसके अलावा पारंपरिक धोबिया नृत्य, कहरवा नृत्य और जांघिया नृत्य की शानदार प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
गांव निवासी किसान राजनाथ यादव और प्रतापी देवी के बड़े पुत्र रामसमुझ यादव का जन्म 30 अगस्त 1977 को हुआ था। वर्ष 1997 में वे सेना की 13 कुमाऊं रेजीमेंट में भर्ती हुए और पहली तैनाती सियाचिन ग्लेशियर पर हुई। कारगिल युद्ध (1999) के दौरान तुरतुक सेक्टर की 5685 ऊँची पहाड़ी पर कब्जा जमाए पाकिस्तानी सैनिकों से लोहा लेते हुए उन्होंने अदम्य साहस दिखाया। इस भीषण युद्ध में 30 अगस्त 1999 को वे वीरगति को प्राप्त हुए।
रामसमुझ यादव के छोटे भाई प्रमोद यादव ने बताया कि हर वर्ष शहीद की शहादत दिवस पर मेला आयोजित किया जाता है, जिसमें शहीद परिवारों को सम्मानित कर उन्हें समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनाया जाता है। इस वर्ष शहीद पार्क को विशेष रूप से सजाया गया था। मेला देखने और शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए स्थानीय लोग ही नहीं बल्कि दूर-दराज से भी लोग बड़ी संख्या में पहुँचे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार