आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शहर स्थित वेस्ली इंटर कालेज परिसर में रविवार की शाम हास्यरस कवि सूड़ फैजाबादी की स्मृति में राष्ट्रीय एकता कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सूड़ साहित्य परिषद के तत्वाधान में एक शाम स्व.सुमनलता अग्रवाल पत्नी स्व.पन्ना लाल अग्रवाल के नाम समर्पित कवि सम्मेलन का शुभारंभ भाजपा नेता जयनाथ सिंह, श्याम नरायन राय, सर्वोदय ग्रुप के चेयरमैन डा.राजेंद्र यादव, वेद प्रकाश पांडेय, योगेंद्र सिंह ज्योति, अतुल कुमार मुन्ना, अरविन्द मिश्र ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। गीतकार वैभव वर्मा ने अपने संचालन से कवि सम्मेलन को गति दिया।
सोनभद्र से पधारी कवियित्री विभा सिंह ने अपनी गजल ‘उनकी प्यारी गलियों से जब गुजरने लगते हैं, जख्म-जख्म होकर हम निखरने लगते हैं’ सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया। सिद्धार्थ नगर से आये युवा कवि अरूणेश अनन्त राजपूत के घर में राणा सा किरदार चाहिए सुनाकर मंच को ऊर्जा प्रदान किया। कवि एवं शायर नामी चिरैयाकोटी ने सूड़ फैजाबादी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ‘गुबारे कारवां में जो न मिल सके, नक्शे-पा मिलेंगे किस मुकाम पर, जनम-जनम की बात है सुनाकर एक अलग संदेश दिया।
अतुल कुमार मुन्ना ने मां के ऊपर कविता सुनाते हुए कहा मां तो है अनमोल रतन, सबको हमें बताना है, उसकी सेवा करके ही जीवन सफल बनाना है। अयोध्या से पधारी कवियित्री रूचि द्विवेदी ने मेरे हक में फैसला हो भी तो कैसे मुकदमा भी तेरा अदालत भी तेरी’ सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। हाथरस से हास्यकवि सबरस मुरसानी ने अपनी हास्य की कविताओं से अलग माहौल बना दिया। संजय पांडेय सरस की कविताओं को खूब सराहा गया।
वाराणसी से पधारे डॉ.चकाचौंध ज्ञानपुरी ओ सांसद है घूस नही ंतो क्या घास खायेंगे, करोड़ों चुनाव के खर्चे क्या आपके बाप से लायेंगे’ सुनाकर सबको लोटपोट कर दिया। वैभव वर्मा ने आपने जो कहा हमव ह करते गये, आप ही की नजर से उतरते गए’ सुनाकर कवि सम्मेलन को ऊंचाई प्रदान की। राजकुमार आशीर्वाद की कविताओं को भी लोगों ने खूब सराहा। इस मौके पर उमेश चंद पाठक, मनोज बर्नवाल, अजेंद्र राय, मंजू अग्रवाल, प्रिया अग्रवाल, अमित अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, अंकित अग्रवाल, नरेंद्र राय, कृपा शंकर वर्मा, जवाहर सैनी, श्रीनाथ सिंह आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता प्रभु नारायण पांडेय ‘प्रेमी’ ने किया।
रिपोर्ट- प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार