अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज अतरौलिया के प्रांगण में युवाओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम के अवसर पर इस साल की थीम एसडीजी और उससे आगे के लिए स्थानीय युवा कार्यवाहियां विषय पर बच्चों के साथ संवाद किया गया। मुख्य अतिथि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतरौलिया से एचईओ जितेंद्र कुमार, विद्यालय की प्रधानाचार्य प्रतिभा उपस्थित रहंी।
जाह्नवी दत्त ने बताया कि हमारे देश में युवाओं की संख्या कुल आबादी का एक तिहाई है, इसलिए भारत को युवाओं का देश कहा जाता है। अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस प्रतिवर्ष 12 अगस्त को पूरी दुनिया में मनाया जाता है, ताकि युवाओं से जुड़े मुद्दों को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के ध्यान में लाया जा सके तथा आज के वैश्विक समाज में भागीदार के रूप में युवाओं की क्षमता का जश्न मनाया जा सके। यह दिवस युवाओं की आवाज़, कार्य और पहलों का जश्न मनाने और उन्हें मुख्यधारा में लाने के साथ-साथ उनके सार्थक, सार्वभौमिक और न्याय संगत जुड़ाव का अवसर देता है।
एचईओ जितेंद्र कुमार ने बताया कि आज अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 2025 की जो थीम है एसडीजी और उससे आगे के लिए स्थानीय युवा कार्यवाहियां, इसका मतलब है कि युवाओं को स्थानीय स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। यह थीम युवाओं को उनके समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने और वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है।
संस्था कार्यकर्ता राजेश कुमार ने बताया कि जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक चुनौती है जो हमारे ग्रह के भविष्य के लिए खतरा पैदा कर रही है। यह एक जटिल और बहुस्तरीय समस्या है जिसके लिए वैश्विक सहयोग और सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक तापमान में वृद्धि हो रही है, जिससे चरम मौसम की घटनाएं जैसे कि हीट वेव और सूखा बढ़ रहे हैं।
रिपोर्ट-आशीष निषाद