जिलाधिकारी ने किया कई विद्यालयों का निरीक्षण
आजमगढ़ (सृष्टि मीडिया)। जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने बुधवार को यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 प्रथम पाली में राधाकृष्ण इंटर कॉलेज खरिहानी का आकस्मिक निरीक्षण किया। उनके निर्देश पर परीक्षा कक्ष के सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई। उन्होंने अध्यापकों से बच्चों की चेकिंग कराया। जिलाधिकारी ने स्टेटिक मजिस्ट्रेट से परीक्षा में लगाए गए अध्यापकों की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त किया।
स्टैटिक मजिस्ट्रेट ने अवगत कराया कि 20 अध्यापक लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं तथा इनका फोन नंबर या तो बंद है या तो इनवैलिड है। उन्होंने बताया कि अनुपस्थित अध्यापकों में आनंद प्रकाश यादव, रामजनम राम, एमडी शकील, राजकुमार यादव, प्रियानिला यादव, सुभाष प्रजापति, वीपी सिंह, संध्या सिंह, विजय सोनी, माधवी सिंह, अर्चना सिंह, मृदुला सिंह, बबिता सिंह, धर्मेंद्र यादव, सत्यानंद सिंह, दिनेश विश्वकर्मा, हरिपाल, साहबू मियान तथा पुष्पा देवी हैं। जिलाधिकारी ने तत्काल इनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने इसके पश्चात पूर्व माध्यमिक विद्यालय टण्टवा खास शिक्षा क्षेत्र तरवां का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से पोषण वितरण के सम्बन्ध मंे जानकारी ली। जिलाधिकारी के पूछने पर कि कितने रजिस्टर बनाए गए हैं, जिस पर बताया गया कि 28 रजिस्टर है, परंतु मौके पर सिर्फ 4 रजिस्टर ही पाए गए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा संतोषजनक जवाब न देने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त किया।
जिलाधिकारी ने एसडीएम को निर्देश दिया कि पोषण वितरण का शत प्रतिशत सत्यापन कराया जाय। उन्होने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकत्री के बयान के बनुसार सीडीपीओ, डीपीओ की इसमें घोर लापरवाही परिलक्षित हो रही है। उन्होने कहा कि डीपीओ एक सप्ताह के अन्दर जांच कर सीडीपीओ के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के लिए शासन को रिपोर्ट प्रेषित करना करें।
कायाकल्प योजना में मिली गड़बड़ी
आजमगढ़। जिलाधिकारी द्वारा टण्टवा खास पूर्व माध्यमिक विद्यालय मंे कायाकल्प योजना में कराये गये कार्याें की जांच की गयी, जिसमें टायलीकरण, दिव्यांग शौचालय, हैन्डवॉशिंग, श्यामपट्ट तथा कक्ष रूम में टाइल्स लगाये जाने की कागज में पुष्टि की गयी है, परन्तु मौके पर निरीक्षण में नहीं पाया गया। जिलाधिकारी ने एसडीएम व बीएसए को इसकी जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि पैसा निकाल लिया गया है तथा काम नहीं कराया गया है तो तत्काल प्रधान, सचिव पर एफआईआर दर्ज कराया जाए। उन्होंने कहा कि 19 कैटेगरी में विद्यालय को संक्षिप्त दिखाया गया है, इसका सत्यापन बिंदुवार 15 दिन में करके सभी कमियों को पूरी कर लिया जाय। प्रधानाचार्य द्वारा बताया गया कि कुल 6 अध्यापक विद्यालय में पोस्ट हैं, जिसमें से दो की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई है, जिसका सत्यापन कराए जाने पर दोनों ड्यूटी पर अनुपस्थित पाए गए। जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल बीएसए को इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए।
रिपोर्ट – प्रमोद यादव