फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कोटे की दुकान के आवंटन में ग्रामीणों द्वारा मनमानी के आरोप के बाद पुनः तहसीलदार फूलपुर द्वारा जांच की गई। जांच के दौरान करीब 400 ग्रामीणों ने आवंटन का विरोध किया था। छः माह बाद पुनः अधिकारियों की मिली भगत से उसी आदर्श स्वयं सहायता समूह की कोटे के आवंटन की पत्रावली स्वीकृति के लिए बना दी गयी। ग्रामीण पुनः आवंटन की खबर पाकर तहसील मुख्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार को प्रार्थना पत्र दिया।
फूलपुर तहसील क्षेत्र के बूढ़ापुर कुतुब अली ग्राम पंचायत में वर्षाे से उचित दर बिक्रेता की दुकान रिक्त रहने के कारण दुकान के आवंटन की प्रक्रिया शुरु की गयी। ब्लाक द्वारा नए निर्देश के क्रम में गांव में बने स्वयं सहायता समूह में से ही उचित दर बिक्रेता का चयन करना था जिसके लिए प्रक्रिया शुरु की गई। समूह से संबंधित ब्लाक मिशन मैनेजर सहित अन्य द्वारा आवंटन की प्रक्रिया शुरु की गई। ग्रामीणों का आरोप है कि गुपचुप तरीके से आदर्श स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष वंदना पत्नी श्रीचन्द के नाम कर दिया गया। ग्रामीणों ने मंगलवार को बिरोध प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया जिस पर तात्कालिक एसडीएम ने तहसीलदार फूलपुर व आपूर्ति निरीक्षक से संयुक्त रूप से जांच कराने खुली बैठक में प्रस्ताब कराने का निर्देश दिया। तहसीलदार आपूर्ति निरीक्षक द्वारा गांव में स्थलीय जांच की गयी। ग्रामीणों ने आदर्श स्वयं सहायता समूह के आवंटन का बिरोध किया। छः माह तक पत्राबली छुपाए रखी गयी। 6 माह बाद पुनः ब्लाक से आपूर्ति कार्यालय पहुंची और आपूर्ति बिभाग द्वारा उपजिलाधिकारी से स्वीकृति को पहुंच गयी। ग्रामीण पुनः मंगलवार को बिरोध किये। उपजिलाधिकारी के न रहने पर तहसीलदार संजय कुशवाहा को प्रार्थना पत्र दिया। पूर्व में चयनित समूह को निरस्त कराकर पुनः चयन के लिए खुली बैठक करा उचित दर बिक्रेता की दुकान का चयन कराया जाय। इस अवसर पर सतिराम यादव, रूपम, संगीता, उषा, हरिवंश, अनिल, शीला, मीना, बिद्या, पूनम, अजित, अरबिंद, वासदेव आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय