फूलपुर आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। तहसील क्षेत्र के पूरा रामजी तरकुलहा गांव के दर्जनों महिला पुरुष तहसील मुख्यालय पहुच कर स्थान्तरित उपजिलाधिकारी ज्ञानचन्द्र गुप्ता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीण राधे मोहनप्रधान रेखा दीपचंद आदि ने बताया कि 1994 में डीडीसी द्वारा 52 एकड़ भूमि ग्राम सभा के पक्ष में आदेश किया गया भूमाफिया द्वारा 1994 में हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लिया गया। भूमाफिया तहसील स्तरीय अधिकारी कर्मचारी की मिली भगत से हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना कर 2014 में गाटा सख्या 99, 170 च 171घ 173 पर फर्जी तरीके से अशरफिया एजुकेशन शोसाईटी के नाम दर्ज करा लिया। वही कपट पूर्ण तरीके से 2006 से पोखरी की भूमि पर विद्यालय चला रहे। पुनः जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उपजिलाधिकारी फूलपुर ज्ञान चन्द गुप्ता को जांच अधिकारी नामित किया गया। ग्रामीणों की शिकायत पर भूमाफिया के प्रभाव में आकर उपजिलाधिकारी स्थलीय जांच नही किये। तहसील अधिकारियों कर्मचारियों की मिली भगत से भूमाफिया द्वारा हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना कर गलत कार्य आज भी किया जा रहा जब कि प्रधान व ग्रामवासियो द्वारा सारे साक्ष्य के साथ ग्राम सभा के पक्ष में करने का अनुरोध किया गया उसके बाद भी भूमाफिया द्वारा बीस बीघा भूमि अन्य के नाम रजिस्ट्री कर दी गयी। ग्रामीणों ने पुनः निवर्तमान उपजिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार गंगवार से मिल प्रार्थना पत्र देकर उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े भूमाफिया से 52 एकड़ भूमि खाली कराकर ग्राम सभा के पक्ष में कराये जाने की मांग की और भूमाफिया से क्षति पूर्ति वसूल कराया जाय। इस अवसर पर प्यारे सुदर्शन, मंजुराम, सीताराम, बहादुर राजधारी सहित दर्जनों अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय