रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। अवंतिकापुरी धाम आंवक में रामलीला मंचन में वशिष्ठ गुरु के आश्रम में यज्ञ में व्यवधान कर रही ताड़का का भगवान बध कर देते है। यज्ञ सकुशल सम्पन्न होने पर गुरु वशिष्ठ प्रसन्न होकर राम लक्ष्मण को आशीर्वाद देते है।
अवंतिका सामाजिक सेवा संस्था द्वारा चल रही सात दिवसीय रामलीला मंचन में कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति की। वन में राक्षसों का आये दिन उपद्रव होता है। यज्ञ को आये दिन विध्वंस कर देते थे। गुरु वशिष्ठ महाराजा दशरथ के यहा पहुचते हैं और राम लक्ष्मण को यज्ञ की सुरक्षा के लिए मांगते है। राजा दशरथ पहले तो बालक रुप में दोनों पुत्रों से सुरक्षा के बाबत गुरु से कहते ये कैसे सुरक्षा कर पायेगे। फिर गुरु वशिष्ठ उन्हें समझाते है और राम लक्ष्मण को लेकर आश्रम पहुचते है। यहा राम लक्ष्मण द्वारा यज्ञ में व्यवधान करने आये राक्षसों का वध करते है बाद मंे ताड़का आती है जिससे युद्ध के बाद उसका भी बध कर देते है। राक्षसों के वध के बाद यज्ञ सम्पन्न हो जाता है। गुरु वशिष्ठ राम लक्ष्मण को आशीर्वाद देते हुए उपदेश देते है। देर रात तक श्रोता मंचन में भक्ति मय रहे। व्यवस्था संचालन में मुखराम गुप्ता, गुलाबचंद, अरुण विश्वकर्मा, जाहिद खा, महेन्द्र सरोज, लालमणि यादव, संतोष गौड आदि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा