मार्टिनगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। धान की कटाई के साथ ही विभागीय अधिकारियों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। किसानों को जागरूक करने के लिए विभाग का प्रचार वाहन गांव भेजा जा रहा है। इसके बावजूद जगह-जगह खेतों में परली जलाई जा रही है जबकि फसलों का अवशेष खेतों में जलाने पर 5000 से 30 हजार रुपये तक का जुर्माना का प्रावधान है।
सहायक विकास अधिकारी कृषि मार्टिनगंज राघवेंद्र राय ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे खेतों में फसल अवशेष कतई न जलाएं बल्कि फसल अवशेष प्रबंधन यंत्रों से प्रबंध कर या बायो डी कंपोजर का छिड़काव कर फसल अवशेषों को सड़ा कर मृदा स्वास्थ्य संरक्षित करें। उन्होंने कहा कि पराली जलाने पर सेटेलाइट द्वारा संबंधित खेत का विवरण रिकॉर्ड कर लिया जा रहा है और किसानों को अनावश्यक कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा। जागरूकता के लिए अभियान चला कर किसानों के साथ ही ग्राम प्रधानों से भी संपर्क किया जा रहा है। ग्राम प्रधानों से बताया जा रहा है कि सब लोग अपने-अपने गांव के किसानों को जागरूक करें।
रिपोर्ट-अद्याप्रसाद तिवारी