अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कहते हैं जुनून अगर नेक हो तो वह समाज के लिए मिसाल बन जाता है। ऐसा ही कर दिखाया है अतरौलिया थाना क्षेत्र के पकरडीहा गांव निवासी विकास ने, जो आज “सर्प मित्र विकास” के नाम से दूर-दूर तक मशहूर हो चुके हैं। विकास ने अब तक 500 से अधिक सांपों का सफल रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई है। जब भी क्षेत्र में किसी घर या खेत में सांप निकलने की सूचना मिलती है, लोग सबसे पहले विकास को फोन करते हैं। विकास तुरंत मौके पर पहुंचकर बिना किसी नुकसान के सांप को अपने अनोखे अंदाज में पकड़ लेते हैं और फिर उसे किसी घने जंगल में छोड़ आते हैं।
विकास बताते हैं कि बचपन में जब वे मछली पकड़ने जाया करते थे, तभी से सांपों के प्रति उनका आकर्षण बढ़ा। “पानी में तैरते सांपों को देखकर डर नहीं लगता था, बल्कि उन्हें समझने की कोशिश करता था,” वे मुस्कुराते हुए कहते हैं। धीरे-धीरे उन्होंने सांपों को पहचानना और सुरक्षित तरीके से पकड़ना सीख लिया और यही शौक अब उनका रोजगार बन गया है।
विकास लोगों से अपील करते हैं कि अंधविश्वास से दूर रहें और सांप के काटने पर झाड़-फूंक के बजाय निकटतम स्वास्थ्य केंद्र जाएं। उनके अनुसार, “सांप किसी को यूं ही नहीं काटते, वे केवल अपने बचाव में ऐसा करते हैं।” आज विकास न केवल अपने परिवार का पालन-पोषण इसी कार्य से कर रहे हैं, बल्कि अपने साहस, समझदारी और सामाजिक जागरूकता से लोगों के बीच जीव संरक्षण और वैज्ञानिक सोच का संदेश भी फैला रहे हैं।
रिपोर्ट-आशीष निषाद