रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कार्तिक पूर्णिमा पर क्षेत्र की प्रसिद्ध धार्मिक स्थली अवंतिकापुरी आवंक मंे स्थित सरोवर मंे बुधवार को श्रद्वालु आस्था की डुबकी लगायेगें। समिति ने एक दिन पहले ही सभी तैयारी पूरी कर ली। दुकानों के लगने के साथ ही बटोर भी एक दिन पहले ही हो गया।
मंगलवार को एसडीएम निजामाबाद ने स्थली का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिये। राजा जन्मेजय की नागयज्ञ भूमि पर कार्तिक पूर्णिमा के स्नान का विशेष महत्व होता है। स्थली पर अर्जुन बंशीय राजा परीक्षित के तक्षक सर्प दंश से मौत के बाद उनके पुत्र जन्मेजय ने नाग महायज्ञ करवाया था। जिसमें सभी सर्प मंत्रोच्चारण पर हवनकुंड में गिरने लगे थे। एक सर्प विष्णु की शैया मंे लिपट गया और मंत्रोच्चारण पर शैया सहित खींचे आने लगा। महायज्ञ कुंड वर्तमान मंे 84 बीघे के सरोवर के रुप में विद्यमान है। इसी सरोवर मंे पूर्णिमा के दिन डुबकी लगती है। श्रद्वालु स्नान कर मंदिर में पूजन अर्चन करेंगे।
अवंतिका सेवा समिति के अरुण विश्वकर्मा ने बताया कि तैयारी पूरी है। दुकानें एक दिन पहले ही लग गई और जगह सुरक्षित कर ली है। भोर से ही स्नान शुरु हो जायेगा। स्नान के बाद पूजन और दान भी करेंगे। वाहन पार्किंग स्थलांे तक जायंेगे। मेले मंे झूले, मिट्टी के खिलौने, कृषि उपकरण आदि के साथ अन्य दुकाने भी लगी हैं। देर शाम तक स्नान चलेगा।
मंगलवार को तैयारी के बाबत जायजा लेने एसडीएम निजामाबाद चंद्रप्रकाश सिंह पहुंचे और मंदिर के साथ ही घाट के सफाई, पार्किंग, मंदिर मंे भीड़ से बचाव आदि का निरीक्षण किया। मौके पर चूना छिड़काव के साथ ही रस्सी बधवाई। इकट्ठा कचरे को साफ करवाया और श्रद्वालुओं को समस्या न हो इसके लिए निर्देश दिया। इस दौरान तहसीलदार चमन सिंह राणा, खंड विकास अधिकारी, लेखपाल, कानूनगो आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा