रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सहकारी समिति पर आई डीएपी ऊंट के मुंह मंे जीरा साबित हुई। किसान भोर में ही समिति पर पहंुच नम्बर लगा रहे हैं।
इन दिनो रवि फसल की बुआई शुरु हो गई है। धान के भी खेत खाली होने शुरु हो गये हैं। किसान गेहूं की बुआई की तैयारी में है। ऐसे मंे डीएपी के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं और अभी से खाद की मारामारी शुरु है। समिति पर एक पखवाड़ा पहले एक खेप खाद आई थी और मनमाने ढंग से वितरित कर दी गई। सोमवार को एक खेप फिर आई। वितरण की खबर पर भोर में किसान समिति पर पहुंच गये। बनाये गये नये सदस्य पासबुक जमा कर दिये। दोपहर तक बताया गया कि जितनी खाद थी उतना नम्बर लग गया है। मायूस किसान वापस लौट गये। निर्धारित दर से अधिक शुल्क भी लिया जा रहा है। किसानों का कहना है कि बुआई के समय ही खाद की किल्लत शुरु हो गई। खाद उपलब्धता के दावे की पोल खुल रही है। विवशता मंे किसान खुले बाजार मंे मनमाने दर पर खरीदने को मजबूर है। खाद वितरण में मनमानी से किसानों मंे रोष है।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा