अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य बृद्धि की घोषणा के बाद किसानों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। स्थानीय क्षेत्र के परमेश्वरपुर, मीरपुर, पचरी, भगतपुर सिकंदरपुर, गोरहरपुर, गनपतपुर, टंडवा, सेलहरापट्टी आदि गांव के बड़ी संख्या में किसानों ने प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य वृद्धि किए जाने की घोषणा के बाद अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी। कुछ किसानों ने जहां गन्ना मूल्य वृद्धि को संतोषजनक बताया तो वहीं कुछ किसानों ने गन्ना मूल्य वृद्धि को गन्ना फसल की लागत के हिसाब से नाकाफी बताया है।
किसान रामचंद्र वर्मा ने कहा कि सरकर द्वारा पिछले वर्ष कोई गन्ना मूल्य वृद्धि नहीं की गई थी। गन्ना के बुवाई के साथ-साथ कटाई पर भी लागत में वृद्धि हो रही है इसलिए यह मूल्य वृद्धि 425 प्रति कुंतल से कम नहीं होनी चाहिये थी। किसान दिलीप सिंह, बालमन सिंह, नरेन्द्रदेव सिंह, सुबाष वर्मा, रिंकू सिंह, जयचंद वर्मा, अरविन्द सिंह, सुभाष यादव, प्रमोद पांडेय, घनश्याम पांडेय, योगेंद्र वर्मा आदि किसानों ने गन्ना मूल्य बृद्धि को किसानों के हित मंे बताया।
गन्ना समिति बूढ़नपुर के सचिव अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बूढनपुर गन्ना समिति में लगभग 5200 से अधिक किसान जो 14 क्रय केंद्र के माध्यम से अपने गन्ने की आपूर्ति चीनी मिल को करते हैं जो आगामी पेराई सत्र में लगभग 14 लाख कुंतल गन्ने की आपूर्ति करेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में 30 रुपया प्रति कुंतल की वृद्धि करके अतिशीघ्र प्रजाति का मूल्य 400 रुपये तथा सामान्य प्रजाति के गन्ना का मूल्य 390 रुपया प्रति कुंतल की घोषणा की गई है जो किसानों के लिए ऐतिहासिक है। निश्चित रूप से सरकार के इस मूल्य वृद्धि के फैसले से किसानों के आय में वृद्धि होगी।
रिपोर्ट-आशीष निषाद