आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ऑनलाइन प्रोडक्ट की सेल व मार्केट वैल्यू बढ़ाने के लिए प्रोडक्ट बूस्ट करने के नाम पर लगभग 13 लाख की ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए साइबर थाने की पुलिस ने सोमवार को चार आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके पास से चार मोबाइल फोन, सात अदद एटीएम कार्ड, दो आधार कार्ड, दो पासबुक, चार चेकबुक तथा 540 रुपये बरामद किया।
दरअसल 18 सितंबर को भूपेन्द्रनाथ यादव पुत्र स्व. भूल्लन प्रसाद यादव निवासी ग्राम गांगेपुर, थाना रौनापार ने थाना साइबर क्राइम पर तहरीर दी कि उनके पुत्र आर्यन यादव के मोबाइल नम्बर को एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया, जहां बताया गया कि वे कम्पनी के लिए कार्य करते हैं। कम्पनी की वेबसाइट पर प्रोडक्ट की सेल व मार्केट वैल्यू बढ़ाने हेतु प्रोडक्ट को बूस्ट करने के नाम पर कार्य कराया जाता है। आर्यन को अधिक लाभ का झांसा देकर विभिन्न बैंक खातों में कुल 12 लाख 64 हजार 249 रुपये जमा कराकर ठगी कर ली गई।
थाना साइबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र प्रताप सिंह मय हमराह 23 अक्टूबर से लगातार दिल्ली, गाजियाबाद व लखनऊ क्षेत्रों में तकनीकी सुरागरसी-पतारसी कर रहे थे। तकनीकी साक्ष्यों से रोहित कुमार का खाता साइबर अपराध में उपयोग होना पाया गया। स्थानीय पुलिस की सहायता से रोहित के घर कन्नौज जाकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपने साथियों मोनू, मोहित व अजय तथा लखनऊ निवासी शक्ति कपाडिय़ा का नाम बताया। फिर टीम ने लखनऊ के होटल में काल्पनिक खाताधारक बनाकर जाल बिछाया। 27 अक्टूबर को सुबह में शक्ति कपाडिय़ा लखनऊ स्थित होटल के कमरे में एटीएम व पासबुक लेने आया तो पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
तलाशी में शक्ति के पास से कई बैंक पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड व 540 रुपये नकद बरामद हुए। शक्ति द्वारा प्रदेश के बाहर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्यप्रदेश आदि राज्यों के खातों से पैसे मंगाने में इस्तेमाल किया जाता था। पकड़े गए आरोपितों में शक्ति कपाडिय़ा पुत्र स्व. संतोष कपाडिय़ा निवासी अलीगंज, लखनऊ, मोनू पुत्र राम सिंह निवासी रौतामई, थाना गुरुसहायगंज, जनपद कन्नौज, रोहित कुमार पुत्र सत्यराम निवासी फकरपुर बरेवा, थाना ठठिया, जनपद कन्नौज तथा मोहित कुमार पुत्र राजकुमार निवासी बरका गांव, थाना कोतवाली, जनपद कन्नौज शामिल हैं। पूछताछ में शक्ति ने तमाम जानकारियां दी हैं।
रिपोर्ट-सुबास लाल