नौकरी की चाहत में आत्महत्या को हत्या बताने में जुटी भीम आर्मी

शेयर करे

आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सगड़ी तहसील के जीयनपुर थाने के अंतर्गत जीयनपुर नगर पंचायत के नौशहरा वार्ड निवासी लोको पायलट दुर्गेश कुमार के साथ रविवार को पूर्वाह्न मारपीट होती है और देर शाम उनकी मौत हो जाती है। इस प्रकरण में भीम आर्मी और बहुजन समाज पार्टी के नेता दुर्गेश के परिजनों के साथ सोमवार को जीयनपुर चौक जाम करते हुए पूरे प्रकरण को राजनीतिक रंग देने की साजिश के किरदार में मुख्य भूमिका निभाते नजर आये। इस कदर माहौल खराब करने की कोशिश की गई कि पूरा जीयनपुर दहशत में आ गया। सरकार की विपक्षी इन दलों के नेताओं के मन में चाहे जो रहा लेकिन इनके आंदोलन के पीछे जो मंशा थी कि किसी भी तरह से प्रशासन और सरकार पर दबाव बनाकर आत्महत्या को हत्या बनाया जा सके जिससे दुर्गेश कुमार की जगह पर उसके परिवार में किसी को नौकरी मिल सके। पूरा प्रकरण प्रेम प्रसंग और आशनाई में आत्महत्या का है, इसका खुलासा लोको पायलट दुर्गेश कुमार द्वारा लड़की के मोबाइल पर रविवार की शाम भेजे गये इस मैसेज से स्पष्ट होता है कि ”मैने जहर खरीद लिया है, अगर नहीं बात करोगी तो जहर पी लूंगा” इसके कुछ देर बाद दुर्गेश जहर पी लेता है और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो जाती है।
जीयनपुर नगर पंचायत नौशहरा वार्ड निवासी दुर्गेश कुमार अनुसूचित जाति का होनहार लड़का था, उसने अपने मेंहनत के बल पर नौकरी भी पा ली थी। बुलेट से चलना उसका शौक था, उसकी शादी नही हुई थी, जीयनपुर के ही बाजार खास मुहल्ला निवासी एक यादव परिवार की लड़की को हासिल करने और उसको अपनी प्रेमिका बनाने की जिद ठान बैठा, संभवतः शादी भी करना चाहता था। युवक व युवती अलग-अलग जाति के थे सो बात नही बन पा रही थी। दुर्गेश कई बार लड़की के घर के आसपास चक्कर काटता रहता था, जब भी वह ड्यूटी से छुट्टी पर आता चक्कर जरूर मारता था। लड़की के घर वालों ने उसके इस हरकत की शिकायत दुर्गेश के घर जाकर कई बार की थी। लड़की के घर वालों के शिकायत करने से दुर्गेश गुस्से में रहता था। घटना के कुछ दिन पूर्व भी लड़की के भाई व पिता व उनका परिवार लोको पायलट दुर्गेश के घर जाकर दुर्गेश की शिकायत उसके परिजनों से की जिसकी वीडियो भी वायरल हो रही है। दुर्गेश के परिजन यह धमकाते हुए उस वीडियो में देखे गये कि ”जो करना हो कर लीजिये”। इस तरह की भी बात चर्चा में आई है कि घटना के दिन के आसपास ही एक दिन दुर्गेश कुमार बांकी लेकर लड़की के घर में घुस गया और लड़की पर दबाव बनाने लगा। इसी बात से गुस्साये लड़की पक्ष के लोगों ने दुर्गेश के साथ रविवार को दिन में मारपीट की जिसकी वीडियो वायरल हो रही है। मारपीट के बाद दोनो पक्ष उन्ही के मुहल्ले के समाजसेवी ज्ञानेंद्र मिश्र से सम्पर्क किये जो कि एक दाह संस्कार के कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिये गये हुए थे, ज्ञानेंद्र ने दुर्गेश कुमार के साथ हुए मारपीट की निंदा की उसको सांत्वना दिया और पुलिस को सूचना भी दी। दुर्गेश अपनी छीनी हुई मोटरसाइकिल पाकर घर लौट आया। देर शाम उसके उपर एक बार फिर ईश्क का भूत चढ़ा और उसने लड़की के घर वालों को काल करने लगा कि लड़की से बात करा दो जिसके लिये लड़की के परिवार वाले राजी नही हुए, फिर उसने लड़की की एक सहेली को काल करने लगा कि अगर मेरी बात नहीं कराई तो मैं जहर खा लूंगा। लड़की के बात करने सेे इंकार के बाद इसके के कुछ देर बाद दुर्गेश जहर खा लेता है और उसकी इलाज के दौरान मौत हो जाती है। पूरा प्रकरण दो पक्षों में प्रेम प्रसंग में आत्महत्या का था लेकिन दुर्गेश के परिजनों को लोगों ने समझा दिया कि अगर हत्या का मुकदमा लिखा जायेगा तो परिवार में किसी न किसी को नौकरी मिल जायेगी और लाभ भी मिलेगा आत्महत्या में तो कोई लाभ नहीं होगा फिर इसके बाद शुरू हुई साजिश और आत्महत्या को हत्या का रूप देने के लिए तमाम वीडियो बनाये गये कुछ एडिट किये गये।
इनसेट—
अगर पिटाई से मौत होती तो एटीएम से पैसा कैसे निकाल रहा था दुर्गेश ?

आजमगढ़। दुर्गेश कुमार के परिजनों और उनके द्वारा थाने में दी गई तहरीर को दृष्टिगत रखा जाय तो कुल 6 लोगों की पिटाई के द्वारा और जबरन पिलाने से उसकी मौत हुई है। पिटाई का जो वीडियो वायरल हो रहा है उसकी टाइम दोपहर के पहले की है, शाम को 5 बजे के आसपास एक एटीएम से पैसा भी निकाला। पिटाई और एटीएम से पैसा निकालने के दौरान कई घंटे का अंतराल था ऐसे में पिटाई से कैसे मौत हुई ? अगर पिटाई से मौत हुई तो शाम तक दुर्गेश कैसे पैसे निकाल रहा था। अर्थात परिजनों द्वारा गढ़ी गई कहानी में झोल ही झोल है।
इनसेट–
समाजसेवी ज्ञानेंद्र मिश्रा को किया गया टारगेट

आजमगढ़। समाजसेवी ज्ञानेंद्र मिश्रा का घर लड़की के मुहल्ले में ही है। लड़की के घर वाले जब लोको पायलट की शिकायत करके हार गये तो उन्होने ज्ञानेंद्र मिश्र से अपनी इज्जत बचाने की गुहार लगई, ज्ञानेंद्र ने दोनो पक्षों को समझाया जिसकी भी वीडियो वायरल हो रही है। ज्ञानेंद्र का समझाना दुर्गेश व उनके परिजनों को नागवार लग गया।
जनचर्चा यह भी है कि दुर्गेश की जब पिटाई हो रही थी वह अपने बचाव के लिये ज्ञानेंद्र का ही नाम लिया कि उनको बुला दीजिये, ज्ञानेंद्र के नाम लेने की वजह से लड़की के परिजन जो गुस्से में थे उन्होने दुर्गेश को पकड़े रखा, ज्ञानेंद्र जब आये तो उन्होने दोनो पक्षों को फिर समझाया और दुर्गेश की बुलेट बाइक व टी शर्ट दिलवा दिये जिसे लेकर दुर्गेश घर चला गया, और ज्ञानेंद्र ने पूरे प्रकरण को तत्काल पुलिस से अवगत करा दिया। देर शाम तक दुर्गेश ने लड़की पर दबाव बनाने की गरज से जहर खा लिया और आत्महत्या से उसकी मौत हो गई। इलाज के लिये ले जाते समय का एक वीडियो और वायरल हो रहा जिसमें आवाज आ रही है कि लड़की के घर वालों ने मुझे मारा है और किसी के उकसाने पर यह आवाज आ रही है जिसमें चेहरा नहीं दिख रहा कि ज्ञानेंद्र ने मुझे दवा दी कि लो खा लो आराम हो जायेगा।
पिटाई कब हुई ? दोपहर के पहले, जहर कब खाया? शाम को ऐसे में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट और बिसरा की रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि दुर्गेश की मौत क्या खाने से हुई?
ज्ञानेंद्र मिश्र अपने दल के तेज तर्रार नेता हैं और समाजसेवी भी है, दो अलग-अलग जाति लड़का और लड़की के होने की वजह से उन्होने समझाया भी। ऐसे में साजिशन जब आत्महत्या को हत्या का रूप दिया जाने लगा तो उनका भी नाम तहरीर में परिजनों ने दुर्भावना पूर्वक डाल दिया। जीयनपुर चौक जाम के दौरान पूरे प्रकरण को गौड़ करते हुये ज्ञानेंद्र मिश्र को टारगेट किया जाने लगा जिससे उनकी पार्टी बैकफुट पर रहे। यहां तक कि उनके घर पर पथराव भी कर दिया गया और कुर्सियां भी तोड़ डाली गई।
इनसेट–
लोको पायलट की मोबाइल खंगाल रही पुलिस

आजमगढ़। पूरे प्रकरण के 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी के लिखित आश्वासन के बाद भीम आर्मी और कतिपय राजनीतिक दलों व परिजनों द्वारा लगाया गया जाम समाप्त तो हुआ लेकिन पुलिस की साइबर सेल सक्रिय रही पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग दोनो ओर से उठने लगी है। ज्ञानेंद्र मिश्र को बेवजह फंसाने से लोगों में गुस्सा भी है और इसकी शिकायत प्रशासन से भी की गई। इसके बाद पुलिस लोको पायलट के मोबाइल की जांच में जुट गई है जिससे आगे नये खुलासे होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट-सुबास लाल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *